42 दाविद खुद भजनों की किताब में कहता है, ‘यहोवा ने मेरे प्रभु से कहा, “तू तब तक मेरे दाएँ हाथ बैठ, 43 जब तक कि मैं तेरे दुश्मनों को तेरे पाँवों की चौकी न बना दूँ।”’+
12 मगर इस इंसान ने पापों के लिए एक ही बलिदान हमेशा के लिए चढ़ा दिया और परमेश्वर के दाएँ हाथ जा बैठा।+13 तब से वह उस वक्त का इंतज़ार कर रहा है जब उसके दुश्मनों को उसके पाँवों की चौकी बना दिया जाएगा।+