15 मगर प्रभु ने उससे कहा, “तू उसके पास जा क्योंकि मैंने उसे चुना है*+ ताकि वह गैर-यहूदियों को, साथ ही राजाओं+ और इसराएलियों को मेरे नाम की गवाही दे।+16 मैं उस पर साफ ज़ाहिर करूँगा कि उसे मेरे नाम की खातिर कितने दुख सहने होंगे।”+
4 वहाँ हमने ढूँढ़कर पता लगाया कि चेले कहाँ रहते हैं और हम सात दिन तक वहाँ ठहरे। मगर पवित्र शक्ति ने जो ज़ाहिर किया था उसकी वजह से चेलों ने पौलुस से बार-बार कहा कि वह यरूशलेम न जाए।+
11 उसने हमारे यहाँ आकर पौलुस का कमरबंद लिया और उससे अपने हाथ-पैर बाँधकर कहा, “पवित्र शक्ति कहती है, ‘जिस आदमी का यह कमरबंद है, उसे यहूदी इसी तरह यरूशलेम में बाँधेंगे+ और दूसरे राष्ट्रों के लोगों के हवाले कर देंगे।’”+