20 क्योंकि कानून में बताए कामों के आधार पर कोई भी इंसान परमेश्वर के सामने नेक नहीं ठहर सकता।+ वह इसलिए कि पाप क्या है इसका सही-सही ज्ञान कानून कराता है।+
19 तो फिर कानून क्यों दिया गया? यह पापों को ज़ाहिर करने के लिए+ बाद में इसलिए दिया गया ताकि यह तब तक रहे जब तक कि वह वंश* न आए+ जिससे वादा किया गया था। यह कानून स्वर्गदूतों के ज़रिए एक बिचवई+ के हाथों पहुँचाया गया था।+