15 लेकिन परमेश्वर, जिसने मुझे इस दुनिया में पैदा किया और मुझ पर महा-कृपा करके मुझे बुलाया,+ उसे यह अच्छा लगा 16 कि वह मेरे ज़रिए अपने बेटे को प्रकट करे ताकि मैं गैर-यहूदियों को उसके बेटे की खुशखबरी सुनाऊँ।+ तब मैं फौरन किसी इंसान के पास इस बारे में सलाह-मशविरा करने नहीं गया,