12 वे सभी जिन्होंने परमेश्वर का कानून न होते हुए पाप किया, वे बिना कानून के ही मिट जाएँगे।+ मगर जिन्होंने कानून के अधीन होते हुए भी पाप किया, उनका न्याय कानून के हिसाब से होगा।+
10 जितने भी कानून में बताए कामों पर भरोसा करते हैं, वे शाप के अधीन हैं क्योंकि लिखा है, “जो कोई कानून की किताब में लिखी सब बातों को नहीं मानता, वह शापित है।”+