5 मैं चाहता तो यह हूँ कि तुम सब दूसरी भाषाएँ बोलो,+ मगर मेरे हिसाब से बेहतर यह होगा कि तुम भविष्यवाणी करो।+ दरअसल भविष्यवाणी करनेवाला, दूसरी भाषाएँ बोलनेवाले से कहीं बढ़कर है। क्योंकि दूसरी भाषाएँ बोलनेवाला अगर अपनी बातों का अनुवाद करके न समझाए, तो उसकी बातों से मंडली मज़बूत नहीं होगी।