24 कुछ लोगों के पाप सरेआम मालूम पड़ जाते हैं और उन्हें तुरंत सज़ा मिलती है, मगर दूसरों के पाप भी ज़ाहिर हो जाते हैं, चाहे बाद में ही सही।+ 25 उसी तरह, अच्छे काम भी सरेआम मालूम पड़ जाते हैं+ और जो अच्छे काम ज़ाहिर नहीं होते, वे भी छिपाए नहीं जा सकते।+