18 इसलिए जैसे एक गुनाह का अंजाम यह हुआ कि सब किस्म के लोग सज़ा के लायक ठहरे,+ वैसे ही एक नेक काम का नतीजा यह हुआ कि सब किस्म के लोग+ नेक ठहराए जाते हैं ताकि जीवन पाएँ।+
10 इसीलिए हम कड़ी मेहनत करते हुए संघर्ष कर रहे हैं,+ क्योंकि हमने एक जीवित परमेश्वर पर आशा रखी है जो सब किस्म के लोगों का उद्धारकर्ता है,+ खासकर उनका जो विश्वासयोग्य हैं।