5 तुम्हारे जीने का तरीका दिखाए कि तुम्हें पैसे से प्यार नहीं+ और जो कुछ तुम्हारे पास है उसी में संतोष करो।+ क्योंकि परमेश्वर ने कहा है, “मैं तुझे कभी नहीं छोड़ूँगा, न कभी त्यागूँगा।”+
2 कि तुम चरवाहों की तरह परमेश्वर के झुंड की देखभाल करो+ जो तुम्हें सौंपा गया है और निगरानी करनेवालों के नाते* परमेश्वर के सामने खुशी-खुशी सेवा करो, न कि मजबूरी में।+ तुम तत्परता से सेवा करो, न कि बेईमानी की कमाई के लालच से।+