12 तुममें से कौन खुशहाल ज़िंदगी चाहता है?
कौन लंबी उम्र पाना चाहता है?+
נ [नून ]
13 तो फिर अपनी जीभ को बुराई करने से,+
अपने होंठों को छल की बातें कहने से रोको।+
ס [सामेख ]
14 बुराई से दूर हो जाओ और भले काम करो,+
शांति कायम करने की खोज करो और उसमें लगे रहो।+
ע [ऐयिन ]
15 यहोवा की आँखें नेक लोगों पर लगी रहती हैं+
और उसके कान उनकी मदद की पुकार सुनते हैं।+
פ [पे ]
16 मगर यहोवा बुरे काम करनेवालों के खिलाफ हो जाता है
ताकि धरती से उनकी याद पूरी तरह मिटा दे।+