4 वाकई, परमेश्वर उन स्वर्गदूतों को भी सज़ा देने से पीछे नहीं हटा जिन्होंने पाप किया था।+ मगर उन्हें तारतरस* में फेंक दिया+ और ज़ंजीरों से बाँधकर वहाँ घोर अंधकार* में डाल दिया ताकि सज़ा पाने के समय तक वे वहीं रहें।+
6 और जो स्वर्गदूत उस जगह पर कायम न रहे जो उन्हें दी गयी थी और जिन्होंने वह जगह छोड़ दी जहाँ उन्हें रहना था,+ उन्हें उसने हमेशा के बंधनों में जकड़कर रखा है ताकि वे उसके महान दिन में सज़ा पाने तक घोर अंधकार में रहें।+