63 इस किताब को पढ़ने के बाद इस पर एक पत्थर बाँधना और फरात नदी के बीचों-बीच फेंक देना। 64 फिर कहना, ‘इसी तरह बैबिलोन डूब जाएगी और फिर कभी ऊपर नहीं आएगी+ क्योंकि मैं उस पर विपत्ति लानेवाला हूँ। और वे थककर पस्त हो जाएँगे।’”+
यिर्मयाह के शब्द यहीं तक हैं।