दाविद की रचना। चढ़ाई का गीत।
133 देखो! भाइयों का एक होकर रहना+
क्या ही भली और मनभावनी बात है!
2 यह उस बढ़िया तेल जैसा है जो हारून के सिर पर उँडेला गया,+
वह उसकी दाढ़ी से बहता हुआ+
उसकी पोशाक के गले तक गया।
3 यह हेरमोन+ की ओस जैसा है
जो सिय्योन के पहाड़ों+ पर पड़ती है।
यहोवा ने आज्ञा दी है कि वहाँ उसकी आशीष हो,
हमेशा की ज़िंदगी की आशीष हो।