भजन
सब्त के दिन के लिए सुरीला गीत।
92 हे यहोवा, यह सही है कि तेरा शुक्रिया अदा किया जाए+
हे परम-प्रधान, तेरे नाम की तारीफ में गीत गाए जाएँ,*
और हर रात तेरी वफादारी का
3 दस तारोंवाले बाजे, इसराज
और सुरमंडल की सुरीली धुन पर ऐलान किया जाए+
4 क्योंकि हे यहोवा, तूने अपने कामों से मुझे मगन किया है।
तेरे हाथ के कामों के कारण मैं खुशी से जयजयकार करता हूँ।
5 हे यहोवा, तेरे काम कितने महान हैं!+
तेरे विचार कितने गहरे हैं!+
7 जब दुष्ट जंगली पौधों* की तरह बढ़ते हैं
और सभी गुनहगार फलते-फूलते हैं,
तो यह इसलिए होता है कि वे हमेशा के लिए मिटा दिए जाएँ।+
8 मगर हे यहोवा, तू सदा के लिए ऊँचा है।
9 हे यहोवा, तू अपने दुश्मनों की हार देख,
देख कि वे कैसे नाश हो जाएँगे,
सभी गुनहगार तितर-बितर हो जाएँगे।+
10 मगर तू मेरा बल बढ़ाकर मुझे जंगली बैल जैसा ताकतवर बनाएगा,*
मैं अपनी त्वचा पर ताज़ा तेल मलकर उसे नमी दूँगा।+
11 मेरी आँखें मेरे दुश्मनों की हार देखेंगी,+
मेरे कान उन दुष्टों के गिरने की खबर सुनेंगे जो मुझ पर हमला करते हैं।
14 ढलती उम्र में* भी वे फलेंगे-फूलेंगे,+
जोशीले और ताज़ादम बने रहेंगे,+
15 यह ऐलान करते रहेंगे कि यहोवा सीधा-सच्चा है।
वह मेरी चट्टान है+ जिसमें कोई बुराई नहीं।