भजन
दाविद की रचना।
א [आलेफ ]
25 हे यहोवा, मैं तेरी ओर मुड़ता हूँ।
ב [बेथ ]
मेरे दुश्मनों को मेरी तकलीफों पर हँसने न दे।+
ג [गिमेल ]
3 बेशक, तुझ पर आशा रखनेवाला कोई भी शर्मिंदा नहीं होगा,+
मगर जो बेवजह दगा देते हैं वे शर्मिंदा होंगे।+
ד [दालथ ]
ה [हे ]
ו [वाव ]
मैं पूरा दिन तुझ पर ही आशा रखता हूँ।
ז [जैन ]
ח [हेथ ]
7 मैंने जवानी में जो पाप और अपराध किए, उन्हें याद न कर।
हे यहोवा, अपने अटल प्यार के मुताबिक,
अपनी भलाई के कारण मुझे याद कर।+
ט [टेथ ]
8 यहोवा भला और सीधा-सच्चा है।+
इसलिए वह पापियों को जीने की राह सिखाता है।+
י [योध ]
כ [काफ ]
10 जो यहोवा का करार मानते हैं,+
उसके याद दिलाने पर उसकी सुनते हैं,+
उनसे वह प्यार* करता है, उनका विश्वासयोग्य बना रहता है।
ל [लामेध ]
מ [मेम ]
12 यहोवा का डर माननेवाला इंसान कौन है?+
उसे परमेश्वर सिखाएगा कि कौन-सा रास्ता चुनना है।+
נ [नून ]
ס [सामेख ]
14 यहोवा से गहरी दोस्ती सिर्फ वे कर सकते हैं जो उसका डर मानते हैं,+
वह अपने करार के बारे में उन्हें बताता है।+
ע [ऐयिन ]
פ [पे ]
16 मेरी तरफ मुड़, मुझ पर कृपा कर,
मैं अकेला और बेसहारा हूँ।
צ [सादे ]
ר [रेश ]
19 देख, मेरे दुश्मन कैसे बेशुमार हो गए हैं,
नफरत के मारे मुझे सताना चाहते हैं।
ש [शीन ]
20 मुझे बचा ले, मेरी जान की हिफाज़त कर।+
मुझे शर्मिंदा न होने दे क्योंकि मैंने तेरी पनाह ली है।
ת [ताव ]
22 हे परमेश्वर, इसराएल को उसकी सारी मुसीबतों से छुड़ा ले।