भजन
कोरह के वंशजों+ का सुरीला गीत।
48 हमारे परमेश्वर के नगर में, अपने पवित्र पहाड़ पर,
यहोवा महान है, सबसे ज़्यादा तारीफ के काबिल है।
2 दूर उत्तर में शान से खड़ा सिय्योन पहाड़ है,
यह महाराजाधिराज का नगर है,+
आसमान छूता यह नगर क्या ही सुंदर है!
सारी धरती के लिए हर्ष का कारण है।+
5 वे यह नगर देखकर दंग रह गए।
उनमें खौफ छा जाएगा, मारे डर के वे भाग गए।
6 वहाँ वे थर-थर काँपने लगे,
बच्चा जनती औरत की तरह तड़पने लगे।
7 पूरब की तेज़ आँधी से तू तरशीश के जहाज़ों को तहस-नहस कर देता है।
8 जो हमने सुना था वह अब अपनी आँखों से देखा है,
सेनाओं के परमेश्वर यहोवा के नगर में, हमारे परमेश्वर के नगर में देखा है।
परमेश्वर इस नगर को सदा तक मज़बूती से कायम रखेगा।+ (सेला )
तेरा दायाँ हाथ नेकी से भरा है।+
13 उसकी सुरक्षा की ढलानों* पर मन लगाओ।+
उसकी मज़बूत मीनारों को गौर से देखो
ताकि आनेवाली पीढ़ियों को उसकी दास्तान सुना सको।
14 क्योंकि यही परमेश्वर हमारे लिए युग-युग का परमेश्वर है।+