भजन
दाविद का सुरीला गीत। निर्देशक के लिए हिदायत।
140 हे यहोवा, मुझे बुरे लोगों से छुड़ा ले,
खूँखार आदमियों से मेरी हिफाज़त कर,+
2 जो अपने दिलों में साज़िशें रचते हैं,+
सारा दिन झगड़ा खड़ा करते हैं।
3 उन्होंने अपनी ज़बान साँप की जीभ जैसी तेज़ कर रखी है,+
उनके होंठों के पीछे साँपों का ज़हर है।+ (सेला )
4 हे यहोवा, मुझे दुष्टों के हाथों में पड़ने से बचा,+
खूँखार आदमियों से मेरी हिफाज़त कर,
जो मुझे गिराने की साज़िश करते हैं।
वे मेरे लिए जाल बिछाते हैं।+ (सेला )
6 मैं यहोवा से कहता हूँ, “तू मेरा परमेश्वर है।
हे यहोवा, मेरी मदद की पुकार सुन।”+
7 हे यहोवा, सारे जहान के मालिक, मेरे शक्तिशाली उद्धारकर्ता,
तू युद्ध के दिन मेरे सिर को आड़ देता है।+
8 हे यहोवा, दुष्टों की इच्छाएँ पूरी मत कर।
उनकी चालें कामयाब न होने दे ताकि वे घमंड से भर न जाएँ।+ (सेला )
11 दूसरों को बदनाम करनेवालों को धरती पर* कहीं जगह न मिले।+
मुसीबत खूँखार आदमियों का पीछा करे और उन्हें मार डाले।