भजन
दाविद की रचना। निर्देशक के लिए हिदायत: “यादगार का सोसन” के मुताबिक। मिकताम।* सिखाने के लिए। यह गीत उस समय का है जब दाविद ने अरम-नहरैम और अराम-सोबा की सेना से युद्ध किया था और योआब ने लौटकर नमक घाटी+ में 12,000 एदोमियों को मार गिराया था।
60 हे परमेश्वर, तूने हमें ठुकरा दिया, हमारी मोरचाबंदी तोड़ दी,+
तू हमसे नाराज़ था मगर अब हमें दोबारा अपना ले!
2 तूने धरती को कँपकँपा दिया, ज़मीन चीर दी।
अब इसकी दरारें भर दे क्योंकि यह गिरनेवाली है।
3 तूने अपने लोगों को मुसीबतें झेलने पर मजबूर किया।
हमें ऐसी दाख-मदिरा पिलायी कि हम लड़खड़ाने लगे।+
6 परमेश्वर अपनी पवित्रता के कारण* कहता है,
8 मोआब मेरा हाथ-पैर धोने का बरतन है।+
एदोम पर मैं अपना जूता फेंकूँगा।+
पलिश्त को जीतकर मैं जश्न मनाऊँगा।”+
9 कौन मुझे उस घिरे हुए* शहर तक ले जाएगा?
कौन मुझे दूर एदोम तक ले जाएगा?+