भजन
चढ़ाई का गीत।
2 जैसे दासों की आँखें अपने मालिक के हाथ पर लगी रहती हैं,
जैसे एक दासी की आँखें अपनी मालकिन के हाथ पर लगी रहती हैं,
वैसे ही हमारी आँखें हमारे परमेश्वर यहोवा पर टिकी रहती हैं,+
तब तक जब तक कि वह हम पर कृपा न करे।+
4 जिन्हें खुद पर कुछ ज़्यादा ही भरोसा है,
उनके जितने ताने सहने थे उतने हमने सह लिए हैं,
मगरूरों के हाथों जितना अपमान सहना था, उतना सह लिया है।