यहेजकेल
39 इंसान के बेटे, तू गोग के खिलाफ यह भविष्यवाणी सुना:+ ‘सारे जहान का मालिक यहोवा कहता है, “हे गोग, मेशेक और तूबल+ के प्रधानों के मुखिया,* देख मैं तेरे खिलाफ हूँ। 2 मैं तुझे घुमा दूँगा और हाँक-हाँकर तुझे उत्तर के दूर-दराज़ इलाकों से निकलवाऊँगा+ और इसराएल के पहाड़ों पर ले आऊँगा। 3 मैं तुझे ऐसा मारूँगा कि तेरे बाएँ हाथ से कमान और दाएँ हाथ से तीर गिर जाएँगे। 4 तू इसराएल के पहाड़ों पर गिर जाएगा,+ तू और तेरी सारी टुकड़ियाँ और वे देश जो तेरे साथ होंगे, सब ढेर हो जाएँगे। मैं तुझे तरह-तरह के शिकारी पक्षियों और मैदान के जंगली जानवरों का निवाला बना दूँगा।”’+
5 ‘तू खुले मैदान में जा गिरेगा,+ क्योंकि यह बात मैंने कही है।’ सारे जहान के मालिक यहोवा का यह ऐलान है।
6 ‘मैं मागोग पर और उन सभी पर, जो द्वीपों में महफूज़ रहते हैं, आग भेजूँगा+ और उन्हें जानना होगा कि मैं यहोवा हूँ। 7 मैं अपना पवित्र नाम अपनी प्रजा इसराएल के बीच ज़ाहिर करूँगा और फिर कभी अपने पवित्र नाम का अपमान नहीं होने दूँगा और राष्ट्रों को जानना होगा कि मैं यहोवा हूँ,+ इसराएल में पवित्र परमेश्वर।’+
8 सारे जहान का मालिक यहोवा ऐलान करता है, ‘हाँ, यह पूरा होनेवाला है और ज़रूर होगा। यह वही दिन है जिसके बारे में मैंने बताया है। 9 इसराएल के लोग अपने-अपने शहरों से बाहर निकल आएँगे और सारे हथियारों को, छोटी ढालों,* बड़ी ढालों, तीर-कमानों, युद्ध के लट्ठ* और बरछियों को आग जलाने के काम में लाएँगे।+ वे सात साल तक इन्हीं से आग जलाएँगे। 10 उन्हें मैदानों या जंगलों में जाकर लकड़ियाँ इकट्ठी नहीं करनी पड़ेगी क्योंकि वे इन्हीं हथियारों को जलाया करेंगे।’
‘जिन लोगों ने उन्हें लूटा था उन्हीं को वे लूटेंगे और जिन्होंने उनका सबकुछ छीन लिया था उनका वे सबकुछ छीन लेंगे।’ सारे जहान के मालिक यहोवा का यह ऐलान है।
11 ‘उस दिन मैं गोग+ के लिए इसराएल देश की उस घाटी में एक कब्रिस्तान दूँगा जहाँ से समुंदर के पूरब की तरफ सफर करनेवाले गुज़रते हैं और इससे मुसाफिरों का रास्ता रुक जाएगा। वे गोग और उसकी सारी भीड़ को वहीं गाड़ देंगे और उस घाटी को हामोन-गोग घाटी* नाम देंगे।+ 12 इसराएल के घराने को उन्हें गाड़कर देश को शुद्ध करने में सात महीने लगेंगे।+ 13 देश के सभी लोग उन्हें गाड़ने में लग जाएँगे और इससे उस दिन उनका बड़ा नाम होगा जब मैं खुद की महिमा करूँगा।’+ सारे जहान के मालिक यहोवा का यह ऐलान है।
14 ‘लोगों को यह काम दिया जाएगा कि लगातार देश का दौरा करें और देश की ज़मीन पर बची लाशें गाड़ दें ताकि देश को शुद्ध किया जा सके। वे सात महीने तक लाशें ढूँढ़ते रहेंगे। 15 जब भी देश का दौरा करनेवालों को कहीं किसी इंसान की हड्डी दिखायी देगी, तो वे उसके पास एक निशानी लगाएँगे। फिर जिन्हें गाड़ने का काम दिया गया है वे उस हड्डी को हामोन-गोग घाटी में गाड़ देंगे।+ 16 वहाँ एक शहर भी होगा जिसका नाम हमोना* होगा। और वे पूरे देश को शुद्ध कर देंगे।’+
17 इंसान के बेटे, सारे जहान का मालिक यहोवा कहता है, ‘तू तरह-तरह के पक्षियों से और मैदान के सभी जंगली जानवरों से कहना, “तुम सब इकट्ठा होकर यहाँ आओ। मेरे बलिदान के आस-पास जमा हो जाओ जो मैं तुम्हारे लिए तैयार कर रहा हूँ। मैंने इसराएल के पहाड़ों पर तुम सबके लिए एक बड़ा भोज तैयार किया है।+ तुम माँस खाओगे और खून पीओगे।+ 18 तुम बाशान के मोटे किए सभी जानवरों की दावत उड़ाओगे, मेढ़ों, मेम्नों, बकरियों और बैलों की दावत उड़ाओगे। हाँ, तुम बड़े-बड़े शूरवीरों का माँस खाओगे और धरती के प्रधानों का खून पीओगे। 19 जो बलिदान मैंने तुम्हारे लिए तैयार किया है, तुम उसकी चरबी ठूँस-ठूँसकर खाओगे और खून पी-पीकर मदहोश हो जाओगे।”’
20 ‘तुम मेरी मेज़ पर घोड़ों, सारथियों, शूरवीरों और हर तरह के योद्धा का माँस जी-भरकर खाओगे।’+ सारे जहान के मालिक यहोवा का यह ऐलान है।
21 ‘मैं राष्ट्रों के बीच अपनी महिमा दिखाऊँगा और सब राष्ट्र देखेंगे कि मैंने कैसे न्याय करके उन्हें सज़ा दी है और उनके बीच कैसे अपनी शक्ति दिखायी* है।+ 22 उस दिन से इसराएल के घराने को जानना होगा कि मैं उनका परमेश्वर यहोवा हूँ। 23 और राष्ट्रों को जानना होगा कि इसराएल के घराने को उसी के गुनाह की वजह से, मेरे साथ विश्वासघात करने की वजह से बँधुआई में भेज दिया गया था।+ मैंने उनसे अपना मुँह फेर लिया+ और उन्हें दुश्मनों के हवाले कर दिया+ और वे सब तलवार से मारे गए। 24 मैंने उनकी अशुद्धता और उनके गुनाहों के मुताबिक उनको सज़ा दी और उनसे अपना मुँह फेर लिया।’
25 इसलिए सारे जहान का मालिक यहोवा कहता है, ‘मैं याकूब के लोगों को, जो बंदी बनाए गए हैं, उनके देश वापस ले आऊँगा+ और इसराएल के पूरे घराने पर दया करूँगा+ और पूरे जोश के साथ अपने पवित्र नाम की पैरवी करूँगा।+ 26 अपने विश्वासघात और बुरे कामों की वजह से बेइज़्ज़ती सहने के बाद+ वे अपने देश में महफूज़ बसे रहेंगे और उन्हें कोई नहीं डराएगा।+ 27 जब मैं उन्हें दूसरे देशों से वापस ले आऊँगा और उनके दुश्मनों के देशों से उन्हें इकट्ठा करूँगा+ तब मैं बहुत-से राष्ट्रों के देखते उनके बीच खुद को पवित्र ठहराऊँगा।’+
28 ‘मैं उन्हें उन राष्ट्रों से इकट्ठा करूँगा जहाँ मैंने उन्हें बँधुआई में भेज दिया था। मैं उन्हें वापस उनके अपने देश में ले आऊँगा और किसी को भी पराए देश में नहीं छोड़ूँगा+ और तब उन्हें जानना होगा कि मैं उनका परमेश्वर यहोवा हूँ। 29 इसके बाद मैं फिर कभी अपना मुँह उनसे नहीं फेरूँगा,+ क्योंकि मैं इसराएल के घराने पर अपनी पवित्र शक्ति उँडेलूँगा।’+ सारे जहान के मालिक यहोवा का यह ऐलान है।”