लैव्यव्यवस्था
17 यहोवा ने मूसा से यह भी कहा, 2 “तू हारून और उसके बेटों से और सभी इसराएलियों से कहना, ‘यहोवा ने यह आज्ञा दी है:
3 “अगर कोई इसराएली छावनी के अंदर या छावनी के बाहर बैल, मेढ़ा या बकरी हलाल करता है, 4 बजाय इसके कि उसे यहोवा को देने के लिए भेंट के तंबू के द्वार पर लाए और यहोवा के इस पवित्र डेरे के सामने अर्पित करे, तो वह आदमी खून का दोषी होगा। उसने खून बहाने का पाप किया है इसलिए उसे मौत की सज़ा दी जाए। 5 यह नियम इसलिए दिया जा रहा है ताकि अब से इसराएली खुले मैदान में जानवरों की बलि न चढ़ाएँ बल्कि अपने जानवर भेंट के तंबू के द्वार पर यहोवा के पास लाएँ और याजक को दें। उन्हें यहोवा के लिए इन जानवरों की शांति-बलि चढ़ानी चाहिए।+ 6 याजक बलि के जानवर का खून लेकर भेंट के तंबू के द्वार पर यहोवा की वेदी पर छिड़केगा और उसकी चरबी जलाएगा ताकि उसका धुआँ उठे और उसकी सुगंध पाकर यहोवा खुश हो।+ 7 अब से वे दुष्ट स्वर्गदूतों* के लिए बलि न चढ़ाएँ+ जिनकी वे पूजा* करते हैं।+ यह नियम तुम्हें और तुम्हारी आनेवाली पीढ़ियों को हमेशा के लिए दिया जाता है।”’
8 तू उनसे कहना, ‘अगर कोई इसराएली या तुम्हारे बीच रहनेवाला परदेसी होम-बलि या किसी और तरह की बलि चढ़ाता है 9 और बलि का जानवर यहोवा को देने के लिए भेंट के तंबू के द्वार पर नहीं लाता, तो उसे मौत की सज़ा दी जाए।+
10 अगर कोई इसराएली या तुम्हारे बीच रहनेवाला परदेसी किसी भी जीव का खून खाता है,+ तो मैं उसे बेशक ठुकरा दूँगा और उसे मौत की सज़ा दूँगा। 11 क्योंकि हरेक जीवित प्राणी की जान* उसके खून में है।+ और मैंने खुद यह इंतज़ाम ठहराया है कि खून वेदी पर उँडेला जाए+ ताकि तुम्हारी जान के लिए प्रायश्चित हो, क्योंकि खून में ही जान है और खून से ही पापों का प्रायश्चित किया जा सकता है।+ 12 इसीलिए मैंने इसराएलियों से कहा, “किसी भी इसराएली या तुम्हारे बीच रहनेवाले परदेसी+ को खून नहीं खाना चाहिए।”+
13 अगर कोई इसराएली या तुम्हारे बीच रहनेवाला परदेसी शिकार करता है और ऐसा जंगली जानवर या चिड़िया पकड़ता है, जिसे खाने की तुम्हें इजाज़त है, तो उसे उस जानवर या चिड़िया का खून ज़मीन पर बहा देना चाहिए+ और मिट्टी से ढाँप देना चाहिए। 14 हरेक जीवित प्राणी का खून ही उसका जीवन है क्योंकि खून में उसकी जान है। इसीलिए मैंने इसराएलियों से कहा, “तुम किसी भी जीवित प्राणी का खून न खाना, क्योंकि हर जीवित प्राणी का खून उसका जीवन है। जो भी खून खाएगा उसे मौत की सज़ा दी जाएगी।”+ 15 अगर कोई इसराएली या तुम्हारे बीच रहनेवाला परदेसी ऐसे जानवर का गोश्त खाता है, जो उसे मरा हुआ मिला था या जिसे जंगली जानवर ने फाड़ डाला था,+ तो उसे अपने कपड़े धोने चाहिए और नहाना चाहिए। वह शाम तक अशुद्ध रहेगा।+ उसके बाद वह शुद्ध होगा। 16 अगर वह अपने कपड़े नहीं धोता और नहाता नहीं, तो उसे अपने गुनाह का लेखा देना होगा।’”+