होशे
मगर वह बाल की पूजा करके दोषी बन गया+ और मर गया।
2 अब वे और भी पाप करते हैं,
अपनी चाँदी ढालकर मूरतें बनाते हैं,+
उनके कारीगर हुनरमंदी से मूरतें बनाते हैं।
वे कहते हैं, ‘बलिदान चढ़ानेवाले आकर बछड़ों को चूमें।’+
3 इसलिए वे सुबह के बादल की तरह
और ओस की तरह बन जाएँगे जो जल्द ही गायब हो जाती है,
भूसी की तरह बन जाएँगे जिसे आँधी खलिहान से उड़ा ले जाती है,
धुएँ की तरह बन जाएँगे जो धुँआरे से निकल जाता है।
4 मगर मैं यहोवा तब से तेरा परमेश्वर हूँ जब इसराएल मिस्र में ही था,*+
तू मुझे छोड़ किसी और परमेश्वर को नहीं जानता था,
मेरे सिवा तेरा कोई और उद्धारकर्ता नहीं है।+
5 मैंने तुझे तब देखा जब तू वीराने में था,+ सूखे इलाके में था।
6 वे अपने चरागाहों से संतुष्ट हो गए,+
संतुष्ट होने पर उनका मन घमंड से भर गया
और वे मुझे भूल गए।+
एक शेर की तरह उन्हें वहीं खा जाऊँगा,
मैदान का एक जंगली जानवर उनकी बोटी-बोटी कर देगा।
9 हे इसराएल, वह तुझे नाश कर देगा,
क्योंकि तू मेरे खिलाफ हो गया है, अपने मददगार के खिलाफ।
10 कहाँ गया तेरा राजा जो तुझे सभी शहरों में बचाता?+
कहाँ गए तेरे शासक?*
उनके बारे में तूने कहा था, ‘मुझे एक राजा और हाकिम दे।’+
13 उसे बच्चा जनने का सा दर्द उठेगा।
मगर वह नासमझ बच्चा है,
पैदा होने का समय आ गया है मगर वह बाहर नहीं आना चाहता।
हे मौत, तेरा डंक कहाँ है?+
हे कब्र, तेरी नाश करने की शक्ति कहाँ गयी?+
मैं तुझ पर बिलकुल दया नहीं करूँगा।
15 चाहे वह नरकटों के बीच खूब बढ़े,
फिर भी पूरब से हवा चलेगी, यहोवा की तरफ से हवा चलेगी,
यह रेगिस्तान से चलेगी, उसका कुआँ और सोता सुखा देगी।
वह आकर उसकी सब अनमोल चीज़ों का खज़ाना लूट लेगा।+
16 सामरिया को दोषी ठहराया जाएगा+ क्योंकि उसने अपने परमेश्वर से बगावत की है।+
वे तलवार से मारे जाएँगे,+
उनके बच्चों को पटक-पटककर मार डाला जाएगा
और उनकी गर्भवती औरतों का पेट चीर दिया जाएगा।”