यहोशू
3 फिर यहोशू सुबह-सुबह उठा और सब इसराएलियों को लेकर शित्तीम से रवाना हुआ+ और यरदन के पास पहुँचा। नदी पार करने से पहले उन्होंने वहीं रात गुज़ारी।
2 तीन दिन बाद उनके अधिकारियों+ ने पूरी छावनी में जाकर 3 लोगों को आज्ञा दी, “जैसे ही तुम देखो कि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा के करार का संदूक लेवी गोत्र के याजकों ने उठा लिया है,+ तो तुम अपनी-अपनी जगह से निकल पड़ना और संदूक के पीछे-पीछे जाना 4 ताकि तुम्हें पता हो कि तुम्हें किस रास्ते जाना है क्योंकि यह रास्ता तुम्हारे लिए नया है। तुम संदूक से करीब 2,000 हाथ* की दूरी रखना, उससे नज़दीक न जाना।”
5 यहोशू ने लोगों से कहा, “तैयार हो जाओ*+ क्योंकि कल यहोवा तुम्हारे सामने अद्भुत काम करेगा।”+
6 फिर यहोशू ने याजकों से कहा, “करार का संदूक उठाओ+ और लोगों के आगे-आगे चलो।” उन्होंने करार का संदूक उठाया और लोगों के आगे-आगे चलने लगे।
7 यहोवा ने यहोशू से कहा, “आज से मैं तुझे सब इसराएलियों की नज़रों में ऊँचा उठाऊँगा+ ताकि वे जान लें कि मैं तेरे साथ हूँ,+ ठीक जैसे मैं मूसा के साथ था।+ 8 तू करार का संदूक उठानेवाले याजकों को यह आज्ञा दे, ‘जब तुम यरदन किनारे पहुँचो तब उसमें पैर रखना और वहीं खड़े रहना।’”+
9 यहोशू ने इसराएलियों से कहा, “आओ और सुनो कि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने क्या कहा है।” 10 फिर उसने कहा, “इससे तुम जान जाओगे कि जीवित परमेश्वर तुम्हारे बीच है+ और वह तुम्हारे सामने से कनानियों, हित्तियों, हिव्वियों, परिज्जियों, गिरगाशियों, एमोरियों और यबूसियों को ज़रूर खदेड़ देगा।+ 11 देखो! पूरी धरती के मालिक के करार का संदूक तुम्हारे आगे-आगे यरदन में जा रहा है। 12 अब इसराएल के गोत्रों में से 12 आदमियों को चुनो, हर गोत्र में से एक आदमी।+ 13 पूरी धरती के मालिक यहोवा का संदूक उठानेवाले याजक जैसे ही यरदन में पैर रखेंगे, तो जो पानी बहकर नीचे आ रहा है, वह वहीं रुक जाएगा और दीवार* की तरह खड़ा हो जाएगा।”+
14 इसलिए जब लोगों ने यरदन पार करने के लिए अपना तंबू उठाया, तो करार का संदूक उठानेवाले याजक+ लोगों के आगे-आगे गए। 15 जैसे ही संदूक उठानेवाले याजक यरदन के किनारे पहुँचे और उनके पैर पानी में पड़े (कटनी के इस समय यरदन में इतना पानी भर जाता था कि वह तट के ऊपर बहने लगता था)+ 16 तो जो पानी बहकर नीचे आ रहा था, वह वहीं रुक गया। यह पानी दूर आदम नाम के शहर में (जो सारतान के पास था) दीवार* की तरह खड़ा हो गया, जबकि उससे आगे का पानी अराबा के सागर या लवण सागर* में बह गया। इस तरह नदी का बहना बंद हो गया और लोग नदी पार करके यरीहो के पास पहुँच गए। 17 जब सारे इसराएली नदी पार कर रहे थे, तब यहोवा के करार का संदूक उठानेवाले याजक नदी के बीचों-बीच सूखी ज़मीन पर खड़े थे।+ और वे तब तक खड़े रहे जब तक कि पूरे राष्ट्र ने यरदन को पार न कर लिया।+