भजन
धोखेबाज़ और अन्याय करनेवाले आदमी से मुझे छुड़ा।
2 क्योंकि तू ही मेरा परमेश्वर है, मेरा किला है।+
तूने क्यों मुझे अपने सामने से दूर कर दिया है?
दुश्मन के ज़ुल्मों की वजह से मुझे क्यों सारा वक्त उदास रहना पड़ता है?+
3 अपनी रौशनी और सच्चाई मुझे दे।+
हे परमेश्वर, मेरे परमेश्वर, मैं सुरमंडल+ बजाकर तेरी तारीफ करूँगा।
5 मेरे मन, तू क्यों इतना उदास है?
तेरे अंदर यह तूफान क्यों मचा है?