आमोस
1 यह आमोस* का संदेश है जो उसे दर्शन में मिला था। आमोस तकोआ+ के चरवाहों में से एक था। उसने भूकंप+ से दो साल पहले इसराएल के बारे में यह दर्शन देखा था। उस वक्त उज्जियाह, यहूदा का राजा था+ और योआश+ का बेटा यारोबाम, इसराएल का राजा था।+ 2 आमोस ने कहा,
“यहोवा सिय्योन से गरजेगा,
यरूशलेम से बुलंद आवाज़ में बोलेगा।
चरवाहों के चरागाह मातम मनाएँगे
और करमेल की चोटी सूख जाएगी।”+
3 “यहोवा कहता है,
‘“दमिश्क के बार-बार* बगावत* करने की वजह से मैं सज़ा देने से पीछे नहीं हटूँगा,
क्योंकि उन्होंने गिलाद को लोहे के दाँवनेवाले औज़ारों से रौंद डाला।+
5 मैं दमिश्क के फाटकों के बेड़े तोड़ डालूँगा,+
बिकत-आवेन के निवासियों को
और बेत-एदेन से राज करनेवाले* को नाश कर दूँगा,
सीरिया के लोगों को बंदी बनाकर कीर ले जाया जाएगा।”+ यह बात यहोवा ने कही है।’
6 यहोवा कहता है,
‘“गाज़ा के बार-बार बगावत करने+ की वजह से मैं सज़ा देने से पीछे नहीं हटूँगा,
क्योंकि उन्होंने बंदियों के एक पूरे समूह+ को एदोम के हवाले कर दिया।
8 मैं अशदोद के निवासियों को
और अश्कलोन से राज करनेवाले* को नाश कर दूँगा,+
मैं एक्रोन पर अपना हाथ उठाऊँगा+
और बचे हुए पलिश्ती मिट जाएँगे।”+ यह बात सारे जहान के मालिक यहोवा ने कही है।’
9 यहोवा कहता है,
‘सोर के बार-बार बगावत करने+ की वजह से मैं सज़ा देने से पीछे नहीं हटूँगा,
क्योंकि उन्होंने बंदियों के एक पूरे समूह को एदोम के हवाले कर दिया
और उन्होंने भाइयों का करार याद नहीं रखा।+
11 यहोवा कहता है,
‘एदोम के बार-बार बगावत करने+ की वजह से मैं सज़ा देने से पीछे नहीं हटूँगा,
क्योंकि उसने तलवार खींचकर अपने ही भाई का पीछा किया+
और उसने दया करने से इनकार कर दिया।
वह गुस्से में आकर उन्हें बेतहाशा चीरता-फाड़ता है
और उनसे हमेशा भड़का रहता है।+
13 यहोवा कहता है,
‘“अम्मोनियों के बार-बार बगावत करने+ की वजह से मैं सज़ा देने से पीछे नहीं हटूँगा,
क्योंकि उन्होंने अपने इलाके की सरहद बढ़ाने के लिए गिलाद की गर्भवती औरतों का पेट चीर दिया।+
14 इसलिए मैं रब्बाह की शहरपनाह को आग लगा दूँगा,+
जो उसकी किलेबंद मीनारों को भस्म कर देगी।
लड़ाई के दिन युद्ध की ललकार सुनायी देगी,
तेज़ आँधी के दिन तूफान चलेगा।
15 उनका राजा अपने हाकिमों समेत बँधुआई में चला जाएगा।”+ यह बात यहोवा ने कही है।’