भजन
कोरह के वंशजों+ का गीत। निर्देशक के लिए हिदायत: अलामोत की शैली* के मुताबिक।
2 इसलिए हम नहीं डरेंगे, चाहे धरती उलट-पुलट हो जाए,
चाहे पहाड़ टूटकर समुंदर की गहराई में समा जाएँ,+
3 चाहे समुंदर गरजे और उछल-उछलकर फेन उठाए,+
चाहे उसकी खलबली से पहाड़ बुरी तरह डोलें। (सेला )
5 उस नगर में परमेश्वर मौजूद है,+ इसलिए उसे ढाया नहीं जा सकता।
पौ फटते ही परमेश्वर उसकी मदद करने आएगा।+
8 आओ, अपनी आँखों से यहोवा के काम देखो,
धरती पर उसने कैसे-कैसे आश्चर्य के काम किए हैं।
9 धरती के कोने-कोने से वह युद्धों को मिटा देता है।+
तीर-कमान तोड़ डालता है, भाले चूर-चूर कर देता है,
युद्ध-रथों* को आग में भस्म कर देता है।
10 उसने कहा, “हार मान लो और जान लो कि मैं ही परमेश्वर हूँ।