कोरह के वंशजों का सुरीला गीत।+ निर्देशक के लिए हिदायत।
85 हे यहोवा, तूने अपने देश पर कृपा की है,+
तू याकूब की संतानों को बँधुआई से वापस ले आया।+
2 तूने अपने लोगों का गुनाह माफ किया है,
उनके सारे पाप माफ कर दिए।+ (सेला )
3 तूने अपना क्रोध प्रकट करने से खुद को रोक लिया,
अपने गुस्से की जलजलाहट शांत कर दी।+
4 हे परमेश्वर, हमारे उद्धारकर्ता, हमें बहाल कर दे,
हमसे नाराज़ होना छोड़ दे।+
5 क्या तू हमेशा के लिए हम पर भड़का रहेगा?+
क्या तू पीढ़ी-पीढ़ी तक गुस्सा करता रहेगा?
6 क्या तू हममें दोबारा जान नहीं फूँकेगा
ताकि तेरे लोग तेरे कारण आनंद मनाएँ?+
7 हे यहोवा, हमें अपने अटल प्यार का सबूत दे,+
हमारा उद्धार कर।
8 सच्चा परमेश्वर यहोवा जो कहता है, मैं सुनूँगा,
क्योंकि वह अपने लोगों से, अपने वफादार जनों से शांति की बातें करेगा,+
मगर ऐसा न हो कि वे पहले की तरह खुद पर हद-से-ज़्यादा भरोसा करें।+
9 परमेश्वर उन लोगों को बचाने के लिए तैयार रहता है जो उसका डर मानते हैं+
ताकि हमारे देश पर उसकी महिमा छायी रहे।
10 अटल प्यार और वफादारी एक-दूसरे से मिलेंगे,
नेकी और शांति एक-दूसरे को चूमेंगी।+
11 धरती से वफादारी के अंकुर फूटेंगे
और आसमान से नेकी चमकेगी।+
12 बेशक, यहोवा हमें अच्छी चीज़ें देगा,+
हमारी ज़मीन अपनी उपज देगी।+
13 नेकी परमेश्वर के सामने चलेगी,+
उसके कदमों के लिए रास्ता बनाएगी।