भजन
दाविद की रचना।
138 मैं पूरे दिल से तेरी तारीफ करूँगा,+
दूसरे देवताओं के सामने तेरी तारीफ में गीत गाऊँगा।*
2 मैं तेरे पवित्र मंदिर* की तरफ मुँह करके दंडवत करूँगा,+
तेरे अटल प्यार और तेरी वफादारी की वजह से
तेरे नाम की बड़ाई करूँगा,+
तूने अपने वचन और अपने नाम को बाकी सब चीज़ों से महान किया है।*
6 यहोवा ऊँचे पर निवास करता है, फिर भी वह नम्र लोगों पर गौर करता है,+
मगर मगरूरों को सिर्फ दूर से जानता है।+
7 जब मैं खतरों से गुज़रूँ, तब भी तू मेरी जान की हिफाज़त करेगा।+
मेरे भड़के हुए दुश्मनों के खिलाफ तू अपना हाथ बढ़ाएगा,
तेरा दायाँ हाथ मुझे बचा लेगा।
8 यहोवा मेरी खातिर सारा काम पूरा करेगा।