33 नेक लोगो, यहोवा के कारण खुशी से जयजयकार करो।+
यह सही है कि सीधे-सच्चे लोग उसकी तारीफ करें।
2 सुरमंडल बजाकर यहोवा का शुक्रिया अदा करो,
दस तारोंवाला बाजा बजाकर उसकी तारीफ में गीत गाओ।
3 उसके लिए एक नया गीत गाओ,+
कुशलता से तारोंवाले बाजे बजाओ और आनंद से जयजयकार करो।
4 क्योंकि यहोवा का वचन सच्चा है,+
उसका हर काम दिखाता है कि वह भरोसेमंद है।
5 उसे नेकी और न्याय से प्यार है।+
धरती यहोवा के अटल प्यार से भरपूर है।+
6 यहोवा के वचन से आकाश की रचना हुई,+
उसमें जो कुछ है वह उसके मुँह की साँस से बनाया गया।
7 वह समुंदर का पानी ऐसे रोके रखता है मानो उस पर बाँध बाँधा हो,+
उफनते पानी को भंडारों में जमा करता है।
8 सारी धरती यहोवा का डर माने।+
सारे जगत के लोग उसके लिए श्रद्धा रखें।
9 क्योंकि उसने कहा और वह वजूद में आया,+
उसने हुक्म दिया और वह मज़बूती से कायम हुआ।+
10 यहोवा ने राष्ट्रों की साज़िशें नाकाम कर दीं,+
देश-देश के लोगों की योजनाओं पर पानी फेर दिया।+
11 मगर यहोवा के फैसले सदा अटल रहेंगे,+
उसके मन के विचार पीढ़ी-दर-पीढ़ी बने रहेंगे।
12 सुखी है वह राष्ट्र जिसका परमेश्वर यहोवा है,+
वे लोग जिन्हें उसने अपनी जागीर चुना है।+
13 यहोवा स्वर्ग से नीचे देखता है,
उसकी नज़र सब इंसानों पर रहती है।+
14 वह अपने निवास से धरती के लोगों को गौर से देखता है।
15 वही सबके दिलों को ढालता है,
उनका हर काम जाँचता है।+
16 कोई भी राजा अपनी विशाल सेना के बल पर नहीं बचता,+
न ही शूरवीर अपनी ज़बरदस्त ताकत के दम पर बचता है।+
17 उद्धार के लिए घोड़े पर आस लगाना धोखा है,+
बहुत बलवान होकर भी वह बचा नहीं सकता।
18 देखो! जो यहोवा का डर मानते हैं
और उसके अटल प्यार के भरोसे रहते हैं,
उन पर उसकी नज़र बनी रहती है+
19 ताकि उन्हें मौत से छुड़ाए
और अकाल के वक्त उन्हें ज़िंदा रखे।+
20 हम यहोवा पर उम्मीद लगाए हुए हैं।
वही हमारा मददगार और हमारी ढाल है।+
21 उसके कारण हमारा दिल बाग-बाग हो जाता है,
क्योंकि हम उसके पवित्र नाम पर भरोसा करते हैं।+
22 हे यहोवा, हमने तुझ पर आस लगायी है,+
इसलिए तेरा अटल प्यार हम पर बना रहे।+