भजन
दाविद का सुरीला गीत।
तू विश्वासयोग्य और नेक है, इसलिए मुझे जवाब दे।
3 दुश्मन मेरा पीछा कर रहा है,
उसने मुझे ज़मीन पर रौंदकर मेरी जान ले ली।
मुझे अँधेरे में डाल दिया,
उन लोगों की तरह जिन्हें मरे अरसा हो गया है।
5 मैं गुज़रे दिन याद करता हूँ,
तेरे सब कामों पर मनन करता हूँ,+
तेरे हाथ के काम पर गहराई से सोचता हूँ।*
6 मैं तेरे सामने अपने हाथ फैलाता हूँ,
जैसे सूखी ज़मीन बारिश की प्यासी होती है, वैसे ही मैं तेरा प्यासा हूँ।+ (सेला )
8 मुझे भोर को अपने अटल प्यार के बारे में सुना,
क्योंकि मैं तुझ पर भरोसा रखता हूँ।
मुझे वह रास्ता दिखा जिस पर मुझे चलना चाहिए,+
क्योंकि मैं तेरी तरफ मुड़ता हूँ।
9 हे यहोवा, मुझे दुश्मनों से छुड़ा ले।
मैं बचाव के लिए तेरी आस लगाता हूँ।+
तेरी पवित्र शक्ति भली है,
वह समतल ज़मीन* में मेरी अगुवाई करे।
11 हे यहोवा, अपने नाम की खातिर मेरी जान की हिफाज़त कर।
अपनी नेकी की वजह से मुझे संकट से छुड़ा ले।+