भजन
दाविद का सुरीला गीत। गित्तीत* के सिलसिले में निर्देशक के लिए हिदायत।
8 हे यहोवा हमारे प्रभु, पूरी धरती पर तेरा नाम क्या ही गौरवशाली है!
2 तूने अपने बैरियों की वजह से
नन्हे-मुन्नों और दूध-पीते बच्चों के मुँह से+ अपनी ताकत दिखायी है
ताकि दुश्मन और बदला लेनेवाले को खामोश कर सके।
3 जब मैं आसमान को निहारता हूँ जो तेरी हस्तकला है,
जब मैं चाँद-सितारों को देखता हूँ जो तेरी रचना हैं,+
4 तो मैं सोच में पड़ जाता हूँ,
‘नश्वर इंसान है ही क्या कि तू उसका खयाल रखे?
इंसान है ही क्या कि तू उसकी परवाह करे?’+
7 भेड़-बकरियाँ, गाय-बैल, जंगली जानवर,+
8 आसमान के पंछी, समुंदर की मछलियाँ,
पानी में तैरनेवाले सारे जीव।
9 हे यहोवा हमारे प्रभु, पूरी धरती पर तेरा नाम क्या ही गौरवशाली है!