क्षयरोग पुनःआक्रमण करता है!
अमरीका में, १९५० के दशक से, क्षयरोग (TB) के मामलों की संख्या हर साल ५ प्रतिशत की दर से कम हुए। परन्तु, १९८५ से रिपोर्ट किए गए क्षयरोग के मामलों में १८-प्रतिशत वृद्धि हुई है। और भी दुःखद बात एक नयी प्रकार की बीमारी की मौजूदगी है जो औषधोपचार पर प्रतिक्रिया नहीं दिखाती है। क्षयरोग अब हर साल अनुमानित ३० लाख लोगों को मारता है। क्षयरोग के विरुद्ध लड़ाई एक हारते युद्ध में परिणित क्यों हो रही है?
एक कारण यह है कि अनेक रोगी आवश्यक अवधि के लिए—अकसर छः से नौ महीने—अपनी दवाइयाँ लेने से बिलकुल चूक जाते हैं। उदाहरण के लिए, न्यू यॉर्क शहर में, एक अध्ययन ने प्रकट किया कि कर्मरत क्षयरोगवाले कुछ २०० रोगियों के एक समूह में से ८९ प्रतिशत रोगियों ने अपना उपचार पूरा नहीं किया। “यह भयानक है,” अमरीकी फेफडा संघ के अध्यक्ष, डॉ. ली रिकमन कहते हैं, “क्योंकि वे लोग (क) चंगे नहीं होनेवाले हैं, और (ख) सम्भवतः वे लोग ऐसा क्षयरोग विकसित करनेवाले हैं जो सामान्य रूप से इस्तेमाल की जा रही दवाइयों के प्रतिरोधी है।” परन्तु ये संवाहक उनके अपने स्वास्थ्य से ज़्यादा कुछ और को प्रभावित कर सकते हैं। “अपनी दवाइयाँ न लेने के द्वारा,” डॉ. रिकमन आगे कहते हैं, “वे अन्य लोगों को संक्रमित कर सकते हैं।” यह निस्संदेह हर साल संसार-भर में निदान किए गए अनुमानित अस्सी लाख नए मामलों में योगदान देनेवाला तत्व है।
बाइबल विद्यार्थी समझते हैं कि ‘जगह जगह मरियां पड़ना,’ उस चिन्ह का एक भाग है कि हम इस रीति-व्यवस्था के “अन्तिम दिनों” में जी रहे हैं। (लूका २१:११; २ तीमुथियुस ३:१) इसके बाद क्या होगा? एक नयी पृथ्वी, जहाँ “कोई निवासी न कहेगा कि मैं रोगी हूं।” (यशायाह ३३:२४) जी हाँ, यहोवा परमेश्वर अल्पकालिक राहत नहीं, परन्तु बीमारी और मृत्यु से स्थायी मुक्ति की प्रतिज्ञा करता है।—प्रकाशितवाक्य २१:१-४.