भाग 2 में आपने क्या सीखा?
जो आपको बाइबल पढ़ा रहा है, उसके साथ आगे बताए सवालों पर चर्चा कीजिए:
परमेश्वर झूठे धर्मों का क्या करेगा?
(पाठ 13 देखें।)
निर्गमन 20:4-6 पढ़िए।
जब लोग उपासना करने के लिए मूर्तियों का सहारा लेते हैं, तो यहोवा कैसा महसूस करता है?
(पाठ 14 देखें।)
यीशु कौन है?
(पाठ 15 देखें।)
यीशु के कौन-से गुण आपके दिल को छू जाते हैं?
(पाठ 17 देखें।)
यूहन्ना 13:34, 35 और प्रेषितों 5:42 पढ़िए।
आज सच्चे मसीही कौन हैं? किन बातों से साबित होता है कि वे सच्चे मसीही हैं?
मंडली का मुखिया कौन है और वह किस तरह मंडली की निगरानी करता है?
(पाठ 20 देखें।)
मत्ती 24:14 पढ़िए।
यह भविष्यवाणी आज कैसे पूरी हो रही है?
आपने बाइबल से जो अच्छी बातें सीखी हैं, वे आप किसे बता रहे हैं?
क्या आपको लगता है कि बपतिस्मे का लक्ष्य रखना अच्छा होगा? आपको ऐसा क्यों लगता है?
(पाठ 23 देखें।)
आप खुद को शैतान और दुष्ट स्वर्गदूतों से कैसे बचा सकते हैं?
(पाठ 24 देखें।)
परमेश्वर ने हमें क्यों बनाया?
(पाठ 25 देखें।)
इंसान क्यों दुख सहता है और मर जाता है?
(पाठ 26 देखें।)
यूहन्ना 3:16 पढ़िए।
हमें पाप और मौत से छुड़ाने के लिए यहोवा ने क्या किया है?
(पाठ 27 देखें।)
सभोपदेशक 9:5 पढ़िए।
मरने के बाद हमारा क्या होता है?
यीशु उन करोड़ों लोगों के लिए क्या करेगा जो अब नहीं रहे?
परमेश्वर का राज क्यों इंसानों की सरकार से कहीं ज़्यादा बेहतर है?
क्या आप मानते हैं कि परमेश्वर का राज स्वर्ग में शुरू हो चुका है? आप ऐसा क्यों कहेंगे? परमेश्वर का राज कब शुरू हुआ?
(पाठ 32 देखें।)