संसार-भर में यहोवा के गवाह ज़ाम्बिया
एक विशाल १,२०० मीटर ऊँचे पठार पर चौड़े और लहरदार मैदान—यह है ज़ाम्बिया, दक्षिण-मध्य अफ्रीका के बीचोंबीच एक देश। उत्तरपूर्व में मचिनगा पर्वतों की ऊँचाई २,१०० मीटर है। प्रभावशाली ज़ाम्बेज़ी नदी, जो विश्व-विख्यात विक्टोरिया फॉल्स् से शानदार रूप में गरजती हुई गिरती है, इस स्थल-रुद्ध देश की दक्षिणी सीमा का अधिकांश भाग है। ७० भिन्न नृजातीय समूहों के कारण लोगों के बीच बहुत बड़ी विभिन्नता है। यहाँ आठ प्रमुख भाषाएँ बोली जाती हैं, लेकिन दूसरी अनेक भाषाएँ हैं।
वर्ष १९११ में एक भिन्न भाषा ज़ाम्बिया में अपने पैर जमाने लगी और फैलने लगी। भेंट करनेवाले शास्त्रवचनों में अध्ययन (अंग्रेज़ी) की प्रतियाँ लाए और तब से यहोवा के गवाहों ने बाइबल सत्य की “शुद्ध भाषा” को ज़ाम्बिया में फैलाने का प्रयास किया है। (सपन्याह ३:९) मृत जनों की स्थिति के बारे में अशास्त्रीय विचार विशेषकर चुनौतीपूर्ण हैं। जब लोग सत्य सीखते हैं और देखते हैं कि कैसे अंधविश्वासों ने उनको दास बना दिया है, तो इसका प्रभाव बंधन-मुक्त करता है!—यूहन्ना ८:३२.
उदाहरण के लिए, एक वफ़ादार बहन रिपोर्ट करती है: “जब मेरे मामा की मृत्यु अचानक हुई, तो मेरी माँ जो युनाइटेड चर्च ऑफ ज़ाम्बिया की एक कट्टर सदस्या थीं, उलझन में पड़ गयीं। हफ़्ते भर की अंत्येष्टि विधि के बाद, मैं उनका हाल जानने के लिए गाँव लौटी। वहाँ पहुँचने पर, मैं ने घर में एक वृद्ध पुरुष को पाया और जब वह चला गया तो मैं ने अपनी नानी से पूछा कि वह कौन था। उन्होंने कहा कि वह एक ओझा था। मेरी माँ अपने भाई की मृत्यु का बदला लेने के लिए उसका प्रयोग करना चाहती थीं ताकि उसकी आत्मा को शांति मिल सके। वो विश्वास करती थीं कि फिलहाल वह, जैसे उन्होंने कहा ‘सिर्फ़ यहाँ वहाँ भटक रही’ थी।
“नानी ने आगे कहा कि मेरी भेंट एक आशीष थी क्योंकि परिवार उस ओझा को देने के लिए पैसों की खोज में था। उन्होंने मुझसे इसमें योगदान देने के लिए कहा, लेकिन मैं ने कुशलतापूर्वक समझाया कि एक मसीही के तौर पर, मैं भाग लेने में समर्थ नहीं हूँ। मैं ने भजन १४६:४ से उनके साथ तर्क किया, जो दिखाता है कि मृत लोगों के कोई विचार नहीं होते—इसलिए कोई आत्मा ‘यहाँ वहाँ भटक’ नहीं रही है। हमने रोमियों १२:१९ पर भी चर्चा की, जो दिखाता है कि पलटा लेना यहोवा का काम है हमारा नहीं। उसके बाद, मैं ने अपनी माँ को पुनरुत्थान की आशा के बारे में बताया जिसके बारे में यीशु ने बात की, जो कि यूहन्ना ५:२८, २९ में अभिलिखित है। परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं में मेरे दृढ़ विश्वास से वो प्रभावित हुईं। जल्द ही उन्होंने एक गवाह के साथ अध्ययन करना शुरू किया और तेज़ी से प्रगति की। उन्होंने अपने पहले धर्म से सभी नाते तोड़ लिए और बपतिस्मा के द्वारा परमेश्वर के प्रति अपने समर्पण को चिन्हित किया। अब वो एक यहोवा की गवाह हैं।”
एक और बहन रिपोर्ट करती है: “मैं अपने मामा की पत्नी की अंत्येष्टि के लिए गयी। वहाँ पहुँचने पर मैं ने पाया कि मेरे मामा और उनका बेटा भूखों मर रहे थे। जब से मेरी मामी की मौत हुई थी उन्होंने कुछ भी नहीं खाया था। जब मैं ने पूछा क्यों, तो उन्होंने जवाब दिया कि परम्परा के अनुसार, उन्हें पकाने के लिए आग जलाने की अनुमति नहीं है। मैं ने खाना पकाने का प्रस्ताव रखा, लेकिन परिवार के कुछ सदस्यों को डर था कि अगर मैं ने इस विधर्मी रिवाज़ को तोड़ा तो सभी लोग पगला जाएँगे!
“मैं ने समझाया कि यहोवा की एक गवाह के तौर पर, बाइबल जो लैव्यव्यवस्था १८:३० में कहती है मैं उसका आदर करती हूँ और अशास्त्रीय परम्पराओं को नहीं मानती। फिर मैं ने उन्हें मृत जनों की आत्माएँ (अंग्रेज़ी) ब्रोशर दिखाया। इस पर तनाव कम हो गया, और मैं ने अपने मामा के लिए और बाक़ी सभी लोगों के लिए खाना पकाया। मृत व्यक्ति के रिश्तेदार मेरे साहस से प्रभावित हुए और बाइबल का अधिक अध्ययन करने के लिए सहमत हुए। वे बपतिस्मा-रहित प्रकाशक बन चुके हैं, और पूरा परिवार जल्द ही बपतिस्मा लेने की आशा करता है।”
हम कितने प्रसन्न होते हैं जब सत्य की शुद्ध भाषा धार्मिक झूठ की गड़बड़ी को, विशेषकर मज़बूती से संस्थापित उन धारणाओं के तर्क-वितर्क को ढा देती है, जो सीधे लोगों को अपने वश में रखते हैं! यहोवा की आशीष से शुद्ध भाषा ज़ाम्बिया में फैल रही है, वैसे ही जैसे वह सारी पृथ्वी पर फैल रही है।—२ कुरिन्थियों १०:४.
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देश की रूपरेखा
१९९४ सेवा वर्ष
गवाही देनेवालों की शिखर संख्या: ८२,९२६
अनुपात: १०७ प्रति गवाह
स्मारक उपस्थिति: ३,६३,३७२
औसत पायनियर प्रकाशक: १०,७१३
औसत बाइबल अध्ययन: १,०८,९४८
बपतिस्मा लेनेवालों की संख्या: ३,५५२
कलीसियाओं की संख्या: २,०२७
शाखा दफ़्तर: लुसाका
[पेज 9 पर तसवीरें]
लुसाका की सीमा के पास वॉच टावर शाखा दफ़्तर
[पेज 9 पर तसवीरें]
लुसाका के दक्षिण में, शिमाबाला में प्रचार कार्य करते हुए