क्या आपको याद है?
क्या आपने हाल की प्रहरीदुर्ग पत्रिकाएँ ध्यान से पढ़ी हैं? देखिए कि क्या आप नीचे दिए सवालों के जवाब दे पाते हैं या नहीं:
यहेजकेल की किताब में ज़िक्र किया गया मागोग का गोग कौन है?
मागोग का गोग, शैतान को नहीं दर्शाता। इसके बजाय, मागोग का गोग राष्ट्रों के एक समूह को दर्शाता है, जो महा-संकट शुरू होने के बाद परमेश्वर के लोगों को नाश करने की कोशिश करता है।—5/15, पेज 29-30.
यीशु के चमत्कारों से कैसे उसका दरियादिली का गुण पता चलता है?
काना नाम के एक कसबे में एक शादी में यीशु ने 380 लीटर पानी को दाख-मदिरा में बदल दिया। एक और मौके पर, उसने चमत्कार करके 5,000 लोगों को खाना खिलाया। (मत्ती 14:14-21; यूह. 2:6-11) दोनों ही मौकों पर, उसने अपने पिता की तरह दरियादिली दिखायी।—6/15, पेज 4-5.
जब अंत आएगा, तो कौन-सी कुछ बातों का अंत होगा?
कुछ बातें जिनका अंत होगा, वे हैं इंसानों की नाकाम सरकारें, युद्ध और नाइंसाफी, साथ ही जिन धर्मों से परमेश्वर और इंसान नाखुश हैं उनका और भक्तिहीन लोगों का अंत।—7/1, पेज 3-5.
हमें दूसरों को माफ करना मुश्किल लग सकता है, फिर भी हमें क्यों माफ करना चाहिए?
अगर किसी ने जानबूझकर हमें ठेस पहुँचायी हो, तो उन्हें माफ करना और भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर कोई सच्चा पश्चाताप करे और हम उसे दिल से माफ करें, तो इसमें न सिर्फ उसकी बल्कि हमारी भी भलाई होगी। ऐसा करके हम दया करनेवाले हमारे पिता यहोवा की मिसाल पर चल पाएँगे।—7/1, पेज 15.
जब महानगरी बैबिलोन का नाश होगा, तब क्या झूठे धर्म के सभी सदस्यों का नाश हो जाएगा?
शायद नहीं। जकर्याह 13:4-6 से पता चलता है कि यहाँ तक कि कुछ धर्म-गुरु भी धार्मिक काम करना छोड़ देंगे और यह दावा करेंगे कि वे कभी झूठे धर्मों का हिस्सा नहीं थे।—7/15, पेज 15-16.
ऐसी कुछ बातें क्या हैं जिन पर एक मसीही मनन कर सकता है?
कुछ बातें हैं, यहोवा की सृष्टि, उसकी प्रेरणा से लिखा उसका वचन बाइबल, प्रार्थना करने का सम्मान और फिरौती का प्यार भरा इंतज़ाम।—8/15, पेज 10-13.
बुरी सोहबत से दूर रहने का रोमानी रिश्ता रखने से क्या ताल्लुक है?
हालाँकि हम अविश्वासी लोगों के साथ भी प्यार से पेश आते हैं, पर जो व्यक्ति परमेश्वर का समर्पित सेवक नहीं है और न ही उसके स्तरों के मुताबिक जीता है, ऐसे व्यक्ति के साथ रोमानी रिश्ता रखना (डेटिंग करना) परमेश्वर की आज्ञा के खिलाफ होगा। (1 कुरिं. 15:33)—8/15, पेज 25.
पतरस का ध्यान कैसे भटक गया था लेकिन फिर उसने अपना विश्वास मज़बूत किया?
पतरस को विश्वास था इसलिए वह पानी पर चलता हुआ यीशु के पास जाने लगा। (मत्ती 14:24-32) मगर जब पतरस तूफान को देखने लगा, तो वह डर गया। तब उसने फिर से यीशु पर ध्यान दिया और उससे मदद ली।—9/15, पेज 16-17.
हम क्यों यकीन कर सकते हैं कि गलतियाँ करने के बावजूद इंसान ईश्वर को खुश कर सकते हैं?
अय्यूब, लूत और दाविद जैसे लोगों से भी गलतियाँ हुई थीं। फिर भी वे ईश्वर की सेवा करना चाहते थे, उन्हें अपने किए पर अफसोस था और उन्होंने अपनी गलतियाँ सुधारीं। उन्हें परमेश्वर की मंज़ूरी मिली और हमें भी मिल सकती है।—10/1, पेज 10-12.
बहुत-से कामों में लगकर मारथा का ध्यान भटक गया था। इससे क्या सीख मिलती है?
एक बार मारथा कुछ खास बनाने के चक्कर में बहुत कुछ करने में जुट गयी। यीशु ने कहा कि उसकी बहन ने यीशु की बातें सुनने का चुनाव करके अच्छा भाग चुना है। हमें ध्यान रखना चाहिए कि गैर-ज़रूरी बातें उपासना से जुड़े कामों के आड़े न आएँ।—10/15, पेज 18-20.