पाएँ बाइबल का खज़ाना | भजन 135-141
हम अद्भुत रीति से रचे गए हैं
दाविद ने परमेश्वर के उन अच्छे गुणों पर मनन किया, जो उसकी सृष्टि में साफ नज़र आते हैं। उसने पूरे तन-मन से अपनी ज़िंदगी यहोवा की सेवा करने में बितायी।
जब दाविद ने सृष्टि के बारे में गहराई से सोचा, तो उससे यहोवा की महिमा करे बिना रहा नहीं गया:
‘मैं तेरा धन्यवाद करूँगा, इसलिये कि मैं अद्भुत रीति से रचा गया हूँ’
“जब मैं गुप्त में बनाया जाता, और पृथ्वी के नीचे स्थानों में रचा जाता था, तब मेरी हड्डियाँ तुझ से छिपी न थीं”
“तेरी आँखों ने मेरे बेडौल तत्व को देखा; और मेरे सब अंग जो दिन दिन बनते जाते थे वे रचे जाने से पहले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे”