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पौलुस खुशी देना चाहता है (1-4)
पापी माफ किया गया, बहाल किया गया (5-11)
पौलुस त्रोआस और मकिदुनिया में (12, 13)
हमारी सेवा जीत का जुलूस है (14-17)
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परमेश्वर की कृपा का गलत इस्तेमाल मत करो (1, 2)
पौलुस की सेवा का ब्यौरा (3-13)
बेमेल जुए में न जुतो (14-18)
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हम खुद को शुद्ध करें (1)
कुरिंथियों की वजह से पौलुस खुश (2-4)
तीतुस अच्छी खबर लाता है (5-7)
परमेश्वर को खुश करनेवाली उदासी; पश्चाताप (8-16)
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पौलुस के दर्शन (1-7क)
पौलुस के “शरीर में एक काँटा” (7ख-10)
महा-प्रेषितों से कम नहीं (11-13)
कुरिंथियों के लिए पौलुस की चिंता (14-21)
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