“आप छोड़ सकते हैं—हमने छोड़ दिया!”
जापान में सजग होइए! संवाददाता द्वारा
कहते हैं कि १५०० सदी के अंत में जो यूरोपीय जहाज़ जापान आये उनमें तंबाकू पीनेवाले लोग थे और लगता था कि “उनके पेट में आग जलती थी।” पहले आश्चर्य हुआ फिर जिज्ञासा बढ़ी और १८८० के दशक तक तंबाकू की लत ने जापान को अपना घर बना लिया। किसने सोचा था कि उन चकित जापानियों के वंशज आज दुनिया के सबसे ज़्यादा तंबाकू पीनेवालों में गिने जाएँगे?
“हम बड़ों-जैसा महसूस करना चाहते थे, बड़ों की भावनाओं को जानना चाहते थे।”—आकीओ, ओसामु, और योको।
“मैं वज़न घटाना चाहता था।”—त्सूया।
“मन में जिज्ञासा थी।”—तोशीहीरो।
“हमने नहीं सोचा था कि तंबाकू का हम पर बुरा असर होगा।”—रयोहे, जुनीची, और यासुहीको।
“अपनी दूसरी गर्भावस्था के दौरान मैं मतली दूर करना चाहती थी।”—चीको।
“बिज़नॆस मीटिंग के दौरान अटपटे पल गुज़ारने के लिए मैंने शुरू किया।”—तात्सुहीको।
जब कुछ लोगों से पूछा गया कि उन्होंने सिगरॆट पीना क्यों शुरू किया तो उन्होंने ये कारण दिये। यह ध्यान में रखते हुए कि कुछ लोग जापान को धूम्रपान करनेवालों का स्वर्ग कहते हैं ये कारण काफी स्वाभाविक हैं। लेकिन उल्लेखनीय बात यह है कि ऊपर बताये गये सभी लोगों ने तंबाकू की लत छोड़ दी है। जब आप इस पर विचार करते हैं कि उनके माहौल में कई बाधाएँ आती हैं तो यह कोई छोटा काम नहीं। क्या आप सोच रहे हैं कि उन्होंने यह कैसे किया? आइए पहले यह देखते हैं कि आज जापान में तंबाकू का इस्तेमाल कितना फैला हुआ है।
तंबाकू का प्रभाव-क्षेत्र
करीब ५६ प्रतिशत वयस्क जापानी पुरुष धूम्रपान करते हैं। उनकी तुलना में १५ साल और उससे बड़ी उम्र के सिर्फ २८ प्रतिशत अमरीकी पुरुष धूम्रपान करते हैं। जापान के ३,४०,००,००० धूम्रपान करनेवालों में करीब २२ प्रतिशत स्त्रियाँ हैं, जिनमें से कई युवतियाँ हैं। बड़ों के उदाहरण और चतुर विज्ञापनों के कारण धूम्रपान करनेवाले युवाओं की संख्या तेज़ी से बढ़ी है। जापान में अब टीवी और रेडियो पर सिगरॆटों के विज्ञापन की मनाही है। अमरीका में यह प्रतिबंध दो दशक से भी पहले लगाया गया था।
इसके अलावा, जापान में सिगरॆटें सड़क किनारे लगी मशीनों से आसानी से मिल जाती हैं। एक बार हाथ में पैकॆट आ जाए तो शायद ही कोई उस पर छपा बेअसर और नाम-भर का संदेश मानता हो। लेबल पर शायद इतना ही लिखा हो: “बहुत धूम्रपान न करें; यह हानिकर हो सकता है।” अकसर लोगों को तंबाकू के गंभीर खतरों की जानकारी नहीं होती, साथ ही कई जाने-माने लोगों का बुरा उदाहरण भी जापानियों को धूम्रपान करने के लिए उकसाता है, उनमें सुरक्षा का झूठा भाव उत्पन्न करता है।
यह हैरानी की बात नहीं कि धूम्रपान का विरोध करनेवाले अफसोस मनाते हैं कि जापान अपने नागरिकों को तंबाकू इस्तेमाल करने से रोकने में लापरवाही कर रहा है। लेकिन शिक्षक अब जनता को यह चेतावनी देने का महत्त्व देखने लगे हैं कि धूम्रपान उनके स्वास्थ्य और जीवन को खतरे में डालता है। जी हाँ, धूम्रपान करनेवाले जापानी उन्हीं लक्षणों का अनुभव करते हैं जो दूसरी जगहों के धूम्रपान करनेवालों को होते हैं—मतली, साँस फूलना, खिजाऊ खाँसी, पेट दर्द, भूख मरना, जल्दी ज़ुकाम लगना, और शायद कुछ समय बाद फेफड़ों के कैंसर, हृदय रोग या दूसरी बीमारियों के कारण असमय मृत्यु होना।
अप्रैल १, १९८५ से जापान के तंबाकू उद्योग को प्राइवॆट कर दिया गया, जिससे दशकों पुराना सरकारी एकाधिकार खत्म हो गया। लेकिन इसका अभी भी सरकार के साथ गहरा संबंध है जिसके कारण धूम्रपान का फैलाव रोकने में खास सफलता नहीं मिली है। इससे पता चलता है कि क्यों तंबाकू-विरोधी दल आज जापान को धूम्रपान करनेवालों का स्वर्ग मानते हैं। इससे यह भी पता चलता है कि क्यों द डेली योमीयुरी ने रिपोर्ट किया कि यहाँ के डॉक्टर इस बात का अफसोस मना रहे हैं कि जापान “ऐसा समाज है जो धूम्रपान को बढ़ावा देता है।”
यह जानने के लिए कि कैसे कुछ लोग इसे छोड़ने में सफल हुए हैं, बक्स “हमने कैसे छोड़ा” देखिए।
आप कैसे छोड़ सकते हैं?
उनकी सलाह जो पहले तंबाकू प्रेमी थे, जैसे वे जिनका ज़िक्र बक्स में किया गया है, कुल मिलाकर यह है: छोड़ने के लिए स्पष्ट कारण होना चाहिए। परमेश्वर के प्रति प्रेम और उसे प्रसन्न करने की इच्छा सबसे बढ़िया कारण है। और अपने पड़ोसी के प्रति प्रेम एक और अच्छा कारण है। एक लक्ष्य रखिए और उस पर अटल रहिए। सबको बता दीजिए कि आप छोड़ रहे हैं—अपने मित्रों को बताइए और अपने परिवार के सदस्यों की मदद लीजिए। संभव हो तो एकाएक छोड़ दीजिए। और अपनी पूरी कोशिश कीजिए कि धूम्रपान के वातावरण से दूर रहें।
यदि आप बाइबल का अध्ययन कर रहे हैं तो यहोवा के साक्षियों के साथ संगति बढ़ाइए। उनके साथ होने से धूम्रपान करने की आपकी इच्छा जल्द ही मिट जाएगी। दूसरी ओर, यदि आप यहोवा के साक्षी हैं और धूम्रपान करनेवाले व्यक्ति के साथ बाइबल अध्ययन कर रहे हैं तो उससे आस न छोड़िए। उसकी मदद कीजिए कि वह अपनी बुरी आदत से ज़्यादा प्रेम यहोवा से करे।
[पेज 17, 18 पर बक्स/तसवीरें]
“हमने कैसे छोड़ा”
मीको: “जब मैंने यहोवा के साक्षियों के साथ बाइबल अध्ययन शुरू किया तो मुझे पक्का पता था कि मैं धूम्रपान नहीं छोड़ सकती। मैं इसलिए अध्ययन कर रही थी कि कम-से-कम मेरे बच्चे जीवन का मार्ग सीख लें। लेकिन जल्द ही मुझे एहसास हुआ कि माता-पिता को उदाहरण रखना चाहिए, सो मदद के लिए मैंने पूरे दिल से यहोवा परमेश्वर से प्रार्थना करनी शुरू कर दी। अपनी प्रार्थना के सामंजस्य में कार्य करने के लिए प्रयास करना पड़ा और कुछ समय तक मुझे बहुत परेशानी हुई। लेकिन आखिर में जब मैंने इस गंदी लत से छुटकारा पा लिया तो मेरे अंदर शुद्ध अंतःकरण की जो अच्छी भावना उठी उसे मैं कभी नहीं भूल सकती।”
मासायूकी: “मैं दिन में तीन पैकॆट सिगरॆट पीता था, लेकिन बहुत कोशिशों के बाद मैंने अपनी आखिरी सिगरॆट बुझा ही दी और तंबाकू को अलविदा कहा। मेरे परिवार, मेरे संगी साक्षियों और यहोवा परमेश्वर ने मुझे यह लत छोड़ने में मदद दी। जिस बैंक में मैं काम करता था वहाँ किसी ने नहीं माना कि मैंने छोड़ दी है। मैंने सुझाव दिया कि ग्राहकों के प्रति शिष्टाचार दिखाते हुए बैंक के ग्राहक-संपर्क काउंटरों पर बैठनेवाले कर्मचारी काम के समय धूम्रपान न करें। मेरा सुझाव स्वीकार किया गया जबकि ८० प्रतिशत कर्मचारी धूम्रपान करते थे। यह प्रथा अब हमारे बैंक की २६० शाखाओं में फैल गयी है।”
ओसामु: “जब मैंने परमेश्वर के वचन, बाइबल से सत्य सीखा तो मैं जान गया कि मुझे धूम्रपान छोड़ना पड़ेगा। मुझे करीब एक साल लगा। छोड़ने के बाद भी अगले छः महीनों तक मुझे धूम्रपान करने की हुड़क से लड़ना पड़ा। मुझे पता था कि इसे छोड़ने की इच्छा मुझमें अंदर से होनी चाहिए।”
तोशीहीरो: “यीशु के छुड़ौती बलिदान ने मुझे इतनी गहराई तक प्रभावित किया कि मुझे लगा कि मैं कम-से-कम धूम्रपान छोड़ने का त्याग तो कर ही सकता हूँ।”
यासुहीको: “यहोवा परमेश्वर की आज्ञा मानकर धूम्रपान छोड़ने के मेरे फैसले ने मेरी जान बचा दी। एक दिन, जिस कमरे में मैं काम कर रहा था वह रिसती प्रोपेन गैस से भर गया। आम तौर पर, मैंने सिगरॆट जलायी होती जिससे विस्फोट हो जाता। लेकिन क्योंकि मैंने कुछ ही दिन पहले धूम्रपान छोड़ दिया था आज मैं जीवित हूँ और उसके बारे में बात कर रहा हूँ।”
आकीओ: “जब मुझे कभी-कभार मतली आना शुरू हो गयी तो मुझे शक हुआ कि धूम्रपान मुझे नुकसान पहुँचा रहा है। लेकिन मैंने नहीं छोड़ा। धूम्रपान के खतरों के बारे में पहली सही जानकारी मुझे अपनी पत्नी से मिली, जो एक यहोवा की साक्षी बन गयी थी। जल्द ही मैंने बाइबल अध्ययन शुरू कर दिया और वॉच टावर प्रकाशनों से सीखा कि धूम्रपान करनेवाला न सिर्फ अपने आपको बल्कि अपने परिवार के सदस्यों को भी नुकसान पहुँचाता है। मैंने तुरंत छोड़ दिया!”
रयोहे: “मेरी पत्नी मेरे लिए सिगरॆट खरीदा करती थी—एक बार में २० पैकॆट। लेकिन साक्षियों के साथ बाइबल अध्ययन करने के बाद उसने ऐसी चीज़ खरीदने से इनकार कर दिया जिससे वह जानती थी कि मुझे नुकसान होता। सो मैंने खुद तंबाकू की दुकान खोल ली। मैं दिन में साढ़े-तीन पैकॆट पीता था। फिर मैंने साक्षियों के साथ बाइबल अध्ययन शुरू कर दिया। जल्द ही मैं बाइबल विषयों पर प्रभावी वक्ता बनना चाहता था। सो ईश्वरशासनिक सेवकाई स्कूल में यह प्रशिक्षण पाने के योग्य बनने के लिए मैंने धूम्रपान छोड़ दिया।”
जुनीची: “मेरी बिटिया एक साक्षी है और उसे मेरे जीवन की चिंता थी। उसने मुझसे धूम्रपान छोड़ने का वादा करवाया और मैंने छोड़ दिया।”
त्सूया: “जब मैं पहली बार राज्यगृह गया तो मैंने प्रवेश करते समय माचिस और राखदानी माँगी। मैं तो दंग रह गया जब मुझसे कहा गया कि वहाँ कोई धूम्रपान नहीं करता। मैं जान गया कि मुझे धूम्रपान छोड़ना पड़ेगा। अस्पताल में आठ कष्टमय दिन बिताने पर मैं विश्वस्त हो गया कि मैं फिर कभी विनिवर्तन पीड़ा नहीं झेलना चाहता।”
योको: “मैंने यहोवा के साक्षियों की पत्रिकाओं और अन्य प्रकाशनों में इस विषय का अध्ययन किया और इस पर पुनर्विचार किया कि कैसे यीशु ने उस समय नशीला पदार्थ लेने से इनकार कर दिया था जब उसे यातना स्तंभ पर लटकाया जानेवाला था। मैंने यहोवा परमेश्वर से प्रार्थना की, उसे बताया कि मैं उसके नाम की शुद्ध स्तुतिकर्ता बनना चाहती हूँ। उसके बाद, मैंने कभी धूम्रपान नहीं किया। जब मेरे आस-पास के लोग धूम्रपान करते तो मुझे लगता कि उनका धुआँ अपनी साँस में भर लूँ, लेकिन मैं तुरंत वहाँ से दूर हट जाती क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि मुझे फिर से धूम्रपान करने की हुड़क होने लगे।”
पहले धूम्रपान करनेवाले इन सभी लोगों का निश्चय है कि वे फिर कभी धूम्रपान नहीं करेंगे। क्या आप धूम्रपान करते हैं और इस लत को छोड़ना चाहते हैं?
मीको
ओसामु
यासुहीको
आकीओ और पत्नी साचीको
जुनीची और बेटी मॆरी
योको