सभी वस्तुओं के सृष्टिकर्ता का आदर करो
१९वी सदी के दौरान, शैतान ने मनुष्य जाति को अँधा करने के लिए एक कपटपूर्ण योजना तैयार की—विकासवाद का सिद्धान्त। (२ कुरि. ४:४) यह सिद्धान्त सृष्टि और पाप की ओर मानव के पतन के वृत्तान्त का एक साफ़ खण्डन है। यह यीशु के छुड़ौती बलिदान और राज्य और अनन्त जीवन की बाइबल शिक्षाओं को निरर्थ कर देता है। इसके अतिरिक्त विकासवाद हिंसा और युद्ध, लैंगिक अनैतिकता, और सभी प्रकार के अन्याय के लिए रास्ता बनाता है। इस घातक शिक्षण के ख़तरों के बारे में मनुष्य जाति को कौन चेतावनी देगा?
२ अक्तूबर के महिने के दौरान हम ऐसा करेंगे क्योंकि हम यहोवा के सृष्टिकर्ता स्तर का प्रचार करने में व्यस्त होंगे। घर घर की सेवकाई में, सड़क कार्य में, सांसारिक नौकरी के विश्राम अवकाशों के दौरान, और स्कूल में हम लाइफ—हव डिड इट गेट हियर? बाय एवल्यूशन ऑर बाय क्रियेशन? पुस्तक प्रस्तुत करेंगे। हम चाहते हैं कि सभी यह बात जान ले कि विकासवाद मानव जाति के सृष्टिकर्ता का अनादर कैसे करता है।
एक प्रभावकारी गवाही दें
३ अनौपचारिक गवाही देते वक्त या घर-घर की सेवा में, आप विकासवाद के विषय में कुछ लोगों के दृढ़ विचारों के बारे में आए अवर्तक समाचार विषयों का उल्लेख करते हुए एक वार्तालाप शुरु कर सकते हैं। विकासवाद को आम स्कूलों में सिखाया जाना चाहिए या नहीं, इस प्रश्न के सम्बन्ध में कई अभिव्यक्तियाँ की गयी है। यद्यपि एक व्यक्ति इस विषय से सम्बन्धित बहस और तीव्र वाद विवादों के बारे में भी पढ़ा या सुना होगा, वह बाइबल में का, इस विषय पर सीधा सम्बन्ध रखनेवाला एक स्पष्ट वाक्य रुचिपूर्ण महसूस करेगा। इसके बाद इब्रानियों ३:४ में बतायी बात का उल्लेख करें। यह शास्त्रवचन पढ़ें और उस पर संक्षिप्त रूप से टीका करें।
४ अगर वह व्यक्ति कुछ धार्मिक रूप से प्रवृत्त नज़र आता है, तो आप बता सकते हैं कि धार्मिक लोग और साथ ही विकासवाद में विश्वास करनेवाले भी बहुधा एक अवैयक्तिक “निसर्ग” या एक मूर्तिमान “प्रकृति माता” को उन सभी अद्भुत चीज़ों के, जो हमारी चारों ओर है, पीछे की रचनात्मक शक्ति के रूप में मान्यता देते हैं। लेकिन बाइबल हमारे महान संरक्षक और इस अद्भुत विश्व के सृष्टिकर्ता की पहचान दिए बिना नहीं रहती। प्रकाशितवाक्य ४:११ की ओर ध्यान लाया जा सकता है। यह शास्त्रवचन पढ़ने के बाद वह व्यक्ति इस विषय पर अपना विचार बताना चाहता होगा। आप क्रियेशन पुस्तक से एक या दो विशेष मुद्दों को जोड़ सकते हैं और, अगर उचित हो, तो उसे भी यह पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें।
स्कूल में
५ यहोवा के आप सभी जवान सेवक अपनी क्रियेशन पुस्तक पर पुनर्विचार करना चाहेंगे और अपने सहपाठियों और साथ ही अपने शिक्षकों में रूचि उत्पन्न करने के तरीकों पर विचार करना चाहेंगे। कुछों ने यह पाया है कि इस प्रकाशन को केवल उनके मेज़ पर छोड़ना ही चर्चा अमंत्रित करता है। दूसरों ने शिक्षकों और स्कूल अधिकारियों के सामने सृष्टि के विषय पर बात की है, और इस तरह पुस्तकों का वितरण करने में योग्य रहे हैं।
६ हम सभी एक ऐसी दुनिया में जीवन बिताने की प्रत्याशा में आनन्द पाते हैं, जहाँ सभी यहोवा का आदर करेंगे। प्रकाशितवाक्य में, यूहन्ना ने यहोवा के सामने भव्य आत्मिक सृष्टियों को झुकते हुए और यह घोषणा करते हुए देखा था, “हे यहोवा, हमारा परमेश्वर, तू ही महिमा, और आदर, और सामर्थ के योग्य है, क्योंकि तू ही ने सब वस्तुएं सृजीं और वे तेरी ही इच्छा से थीं, और सृजी गईं।” (प्रका. ४:११) तो चलो हम भी अक्तूबर के दौरान हमारी सेवकाई में इन्हीं शब्दों को दुहराए!