एक-साथ मिलकर रहें
कितनी ही बार आपको यह सोचकर ताज्जुब हुआ होगा कि हमारे शरीर को कितनी अद्भुत रीति से बनाया गया है? (भज. 139:14) शरीर का हर अंग एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करता है। परमेश्वर का वचन, मसीही कलीसिया की तुलना एक शरीर के साथ करता है। अपने सिर, मसीह के अधीन कलीसिया का हर सदस्य “एक साथ मिलकर, और एक साथ गठकर” काम करते हैं। (इफि. 4:16क) इसलिए यहोवा एकता के बंधन में बँधे अपने लोगों को शानदार काम को पूरा करने के लिए इस्तेमाल कर रहा है।
2 पहली सदी की कलीसिया के सदस्यों ने “एक मन होकर” एक-दूसरे की आध्यात्मिक और भौतिक ज़रूरतों को पूरा किया। (प्रेरि. 2:44-47) यहोवा की मदद से वे साथ मिलकर कड़े विरोध का सामना करने में कामयाब हुए। (प्रेरि. 4:24-31) वे जहाँ भी गए, वहाँ राज्य का संदेश ऐलान किया और इस तरह उस समय के जाने-माने सारे देशों में सुसमाचार सुनाया। (कुलु. 1:23) आज के समय में मसीही कलीसिया ने उससे भी बड़े पैमाने पर एक-साथ मिलकर वही काम पूरा कर रहे हैं। कौन-सी बात उन्हें एकता में बने रहने में मदद करती है?
3 परमेश्वर से मिलनेवाली शिक्षा से इकट्ठा होना: पूरी दुनिया में हम अपनी उपासना की वजह से एक हैं। यह कैसे मुमकिन है? हमने यह पहचाना है कि पृथ्वी पर यहोवा का एक ज़रिया है जो “समय पर . . . [आध्यात्मिक] भोजन” देता है। (मत्ती 24:45) हम कलीसिया में ‘मनुष्यों में दान’ (NHT) की भी बहुत कदर करते हैं, जिनको उसने, हमें सिखाने के लिए दिया है। जब हम नम्रता से यहोवा के उन इंतज़ामों को स्वीकार करते हैं जो उसने हमारे आध्यात्मिक पालन-पोषण के लिए किया है तो परमेश्वर के वचन की हमारी समझ बढ़ती जाती है। और हम सभी में यह तमन्ना जागती है कि हम यीशु जैसा बनें। ‘विश्वास में एक होने’ के लिए हमें परमेश्वर के वचन का अध्ययन करते रहने में जी-जान से मेहनत करनी चाहिए। (इफि. 4:8, 11-13) तो फिर, क्या आप रोज़ाना बाइबल पढ़कर अपनी आध्यात्मिक एकता को बढ़ा रहे हैं?
4 मसीही संगति से एक किए गए: प्यार हमें मसीही सभाओं में आए सभी भाई-बहनों के करीब लाता है। इन सभाओं में हम “एक दूसरे की चिन्ता” करते हैं। (इब्रा. 10:24, 25) इसमें भाइयों को बाहरी तौर पर जानना ही काफी नहीं है बल्कि उन्हें करीब से जानना है यानी जैसे वे यहोवा की नज़र में मनभावने या अनमोल हैं, हमें भी उन्हें उसी नज़र से देखना चाहिए। (हाग्गै 2:7) जब वे सभाओं में अपने विश्वास को ज़ाहिर करते हैं, तो उनके लिए हमारा प्यार और भी बढ़ता है और हमारी एकता मज़बूत होती है। क्या आप औरों की नज़र में नियमित तौर पर कलीसिया की सभाओं में हाज़िर होनेवाले के तौर पर जाने जाते हैं?
5 प्रचार में सहकर्मियों के साथ: अपने मसीही भाई-बहनों के साथ प्रचार में काम करना, हमें परमेश्वर की इच्छा पूरी करने के लिए एक करता है। प्रेरित पौलुस ने उन लोगों की कदर की जो “परमेश्वर के राज्य के लिये . . . सहकर्मी” हैं। (कुलु. 4:11) प्रचार में अनुभव बाँटने और एक-दूसरे की मदद करने से हम अपने मसीही काम को पूरा कर पाएँगे और एकता का हमारा बंधन और भी मज़बूत होगा।—कुलु. 3:14.
6 पवित्र आत्मा एकता बनाए रखती है: जैसे-जैसे हम परमेश्वर की इच्छा पूरी करते हैं, यहोवा हमें अपनी पवित्र आत्मा की आशीष देता है। इससे हम अपने आपसी मन-मुटावों को दूर कर पाते हैं और आपस में मिले रहते हैं। (भज. 133:1) यह हमें ‘शांति के बंधन में बँधकर उस एकता को बनाए रखने के लिए उकसाती है जो पवित्र आत्मा देती है।’ (इफि. 4:3, नयी हिन्दी बाइबिल) दूसरों के साथ पेश आते वक्त आत्मा के फल दिखाने से हममें से हरेक परमेश्वर के लोगों के बीच की एकता में चार-चाँद लगा सकते हैं।—गल. 5:22, 23.
7 मसीह के मुखियापन के अधीन एक साथ मिलकर सेवा करने से “देह . . . अपने आप को बढ़ाती है, कि वह प्रेम में उन्नति करती जाए।” (इफि. 4:16ख) मगर इससे कहीं बढ़कर, यहोवा की महिमा होती है, जो “शान्ति का परमेश्वर” है।—रोमि. 16:20.