2 और यीशु पर नज़र टिकाए रहें जो हमारे विश्वास का खास अगुवा और इसे परिपूर्ण करनेवाला है।+ उसने उस खुशी के लिए जो उसके सामने थी, यातना के काठ* पर मौत सह ली और शर्मिंदगी की ज़रा भी परवाह नहीं की और अब वह परमेश्वर की राजगद्दी के दायीं तरफ बैठा है।+
2 और यीशु पर नज़र टिकाए रहें जो हमारे विश्वास का खास नुमाइंदा और इसे परिपूर्ण करनेवाला है। उसने उस खुशी के लिए जो उसके सामने थी, यातना की सूली* पर मौत सह ली और शर्मिंदगी की ज़रा भी परवाह न की और अब वह परमेश्वर की राजगद्दी की दायीं तरफ बैठ गया है।