गिनती 33:55 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 55 लेकिन अगर तुम उस देश के लोगों को वहाँ से नहीं भगाओगे+ और उन्हें अपने बीच रहने दोगे, तो वे तुम्हारी आँखों की किरकिरी बन जाएँगे और काँटा बनकर तुम्हें चुभते रहेंगे और तुम पर ज़ुल्म करते रहेंगे।+
55 लेकिन अगर तुम उस देश के लोगों को वहाँ से नहीं भगाओगे+ और उन्हें अपने बीच रहने दोगे, तो वे तुम्हारी आँखों की किरकिरी बन जाएँगे और काँटा बनकर तुम्हें चुभते रहेंगे और तुम पर ज़ुल्म करते रहेंगे।+