43 उस दिन उन्होंने ढेरों बलिदान चढ़ाए और खुशियाँ मनायीं+ क्योंकि सच्चे परमेश्वर ने उन्हें इतनी खुशियाँ दीं कि वे मगन हो गए। औरतें और बच्चे भी फूले नहीं समा रहे थे।+ यरूशलेम में इस कदर खुशियाँ मनायी जा रही थीं कि दूर-दूर तक इसकी आवाज़ सुनायी दे रही थी।+