-
भजन 44:18पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
-
-
18 हमारा मन बहककर तुझसे दूर नहीं गया,
न ही हमारे कदम तेरी राह से भटके।
-
18 हमारा मन बहककर तुझसे दूर नहीं गया,
न ही हमारे कदम तेरी राह से भटके।