15 जो नेकी की राह पर बना रहता है,+
जो सीधी-सच्ची बातें बोलता है,+
जो धोखाधड़ी और बेईमानी की कमाई ठुकराता है,
जो रिश्वत पर झपटने के बजाय अपना हाथ रोक लेता है,+
जो खून-खराबा करने की साज़िश सुनकर कान बंद कर लेता है,
जो बुराई देखने से अपनी आँखें मूँद लेता है,