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मरकुस 1:10नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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10 जैसे ही यीशु पानी से ऊपर आया, उसने आकाश को खुलते और पवित्र शक्ति को कबूतर के रूप में अपने ऊपर उतरते देखा।
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मरकुस अध्ययन नोट—अध्याय 1पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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जैसे ही: मरकुस के अध्याय 1 में यूनानी शब्द यूथीस 11 बार आया है और इस आयत में पहली बार इस्तेमाल हुआ है। (मर 1:10, 12, 18, 20, 21, 23, 28, 29, 30, 42, 43) इस यूनानी शब्द का अनुवाद संदर्भ के मुताबिक “तुरंत,” “फौरन,” “उसी पल,” “उसी वक्त,” “बिना देर किए” किया गया है। मरकुस ने अपनी किताब में 40 से ज़्यादा बार इस शब्द का इस्तेमाल किया। इससे उसके ब्यौरे में बतायी घटनाओं में जान आ जाती है और पता चलता है कि घटनाएँ कितनी तेज़ी से घटीं।
उसने: ज़ाहिर है कि यहाँ यीशु की बात की गयी है। यूह 1:32, 33 के मुताबिक यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले ने भी यह घटना देखी, लेकिन मालूम पड़ता है कि मरकुस यीशु के बारे में बात कर रहा था।
एक कबूतर के रूप में: कबूतरों का बलिदान चढ़ाया जाता था। (मर 11:15; यूह 2:14-16) इन्हें सीधेपन और शुद्धता की निशानी भी माना जाता था। (मत 10:16) नूह ने जिस कबूतर या फाख्ते को जहाज़ के बाहर भेजा था वह जैतून की एक पत्ती लेकर वापस आयी थी। इससे ज़ाहिर हुआ कि जलप्रलय का पानी कम हो रहा है (उत 8:11) और चैन और शांति का वक्त शुरू होनेवाला है (उत 5:29)। उसी तरह, यीशु के बपतिस्मे के वक्त यहोवा ने शायद कबूतर का इस्तेमाल यह बताने के लिए किया कि मसीहा के तौर पर यीशु क्या करेगा। परमेश्वर का यह बेटा इंसानों की खातिर अपना जीवन बलिदान करता क्योंकि वह पूरी तरह शुद्ध था और उसमें कोई पाप नहीं था। उसके बलिदान के आधार पर आगे चलकर उसके राज में चैन और शांति का दौर होगा। यीशु के बपतिस्मे के वक्त जब परमेश्वर की पवित्र शक्ति उस पर उतरी तो वह शायद पंख फड़फड़ाते हुए ऐसे कबूतर की तरह दिख रही थी जो कहीं बैठनेवाला हो।
ऊपर: या “अंदर” यानी अपने अंदर समाते हुए देखा।
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