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लूका 11:29नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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29 जब भीड़ बढ़ने लगी, तो वह यह कहने लगा: “यह पीढ़ी एक दुष्ट पीढ़ी है, यह एक निशानी ढूँढ़ती है। मगर इसे योना की निशानी को छोड़ और कोई निशानी नहीं दी जाएगी।
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लूका अध्ययन नोट—अध्याय 11पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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योना के चिन्ह: यीशु ने पहले भी ‘योना के चिन्ह’ का ज़िक्र किया था और समझाया था कि इसका मतलब है कि उसकी मौत होगी और फिर उसे ज़िंदा किया जाएगा। (मत 12:39, 40) योना ने कहा कि जब उसे बड़ी मछली के पेट से “तीन दिन और तीन रात” के बाद बचाया गया, तो यह ऐसा था मानो उसे कब्र से निकाला गया हो। (यो 1:17–2:2) योना का बचाया जाना जितना सच था उतना ही सच यह था कि यीशु को तीसरे दिन कब्र से ज़िंदा किया जाता। फिर भी जब उसे ज़िंदा किया गया, तो उसमें नुक्स निकालनेवालों ने उस पर विश्वास नहीं किया। योना ने हिम्मत से प्रचार किया था और उसका संदेश सुनकर नीनवे के लोगों ने पश्चाताप किया। इस मायने में भी वह एक चिन्ह ठहरा।—मत 12:41; लूक 11:32.
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