फुटनोट
c यशायाह 30:25क में लिखा है: “उस महासंहार के समय जब गुम्मट गिर पड़ेंगे।” इस भविष्यवाणी की पहली पूर्ति शायद तब हुई, जब बाबुल का पतन हुआ था और उससे इस्राएलियों के लिए यशायाह 30:18-26 में बताई गयी आशीषें मिलने का रास्ता खुल गया। (पैराग्राफ 19 देखिए।) ये शब्द शायद अरमगिदोन में होनेवाले विनाश के बारे में भी बता रहे हैं, जिससे नयी दुनिया में बहुत बड़े पैमाने पर इंसानों के लिए ये आशीषें मिलना मुमकिन हो सकेगा।