फुटनोट
a अठारह सौ चौहत्तर की एक बाइबल टीका ने ऐन्द्रू ए. बोनार के इस कथन को उद्धृत किया: “पिछले [८५वें] भजन की समाप्ति में परमेश्वर के विशिष्ट गुणों को, उसके शानदार नाम को, अधिक, बहुत अधिक, प्रकट किया गया था। शायद इसी कारण इस के बाद एक और ‘दाऊद की प्रार्थना,’ आती है, जो यहोवा के गुणों से लगभग उतनी ही परिपूर्ण है। इस [८६वें] भजन का मूल-भाव है यहोवा का नाम।”