फुटनोट
a भाई गेऑर्ग फ्यूलनीर लिंडाल की मिसाल पर गौर कीजिए, जिन्हें आइसलैंड में अपनी सेवा के कई सालों के दौरान अच्छे नतीजे नहीं मिले, फिर भी वे प्रचार में लगे रहे। उनके बारे में सन् 2005 की यहोवा के साक्षियों की इयरबुक (अँग्रेज़ी) के पेज 210-211 पर बताया गया है। इसके अलावा, आयरलैंड के साक्षियों के बारे में पढ़िए जिन्होंने ऐसी ही वफादारी दिखायी। उनके अनुभव सन् 1988 की यहोवा के साक्षियों की इयरबुक (अँग्रेज़ी) के पेज 82-99 पर दिए गए हैं।